यही है अमेठी शिक्षा विभाग का सच।
•Jul 27, 2018 / 09:22 pm•
Ashish Pandey
छतें फटी हुई, बरामदे की दीवार और छत फटने से भारी गैप बना हुआ है। नौनिहाल मौत के साये में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विद्यालय भवन का निर्माण गुणवत्तापूर्ण न होने की पुष्टि भवन जर्जर से मालूम पड़ रहा है। यहां पर कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जर्जर विद्यालय भवन की लिखित शिकायत ग्राम प्रधान और अपने अधिकारियों को किया गया है। परन्तु अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई, अब ऐसा लग रहा है कि अधिकारी किसी हादसे के इंतज़ार में है।
जहां स्कूल भवन जर्जर हालत में है वहां पर बच्चों को पढ़ाना कोई आसान काम नहीं है। प्रधानाचार्य की मानें तो कई बार शिकायत किया गया, लेकिन इस जर्ज भवन के बारे में कोई भी सूध लेने को तैयार नहीं है। अगर यहां कोई हादसा हो जाए तो आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा।
इस बारे में जब खंड शिक्षा अधिकारी भेटुआ अजीत कुमार सिंह से जानकारी चाही तो उनका फोन नहीं उठा। बीएसए अमेठी विनोद कुमार मिश्रा से जानकारी के लिए फोन किया तो मामले की जानकारी बताने पर बिना कोई जबाब दिए मीटिंग में हैं यह कह कर फोन काट दिया। अब सवाल यह उठता है कि जब जिम्मेदार अधिकारी अपने जिम्मेदारी से भागते नजर आएंगे तो भ्रष्टाचार कैसे खत्म किया जा सकता है।
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