फिलहाल, इन सबके बीच एक खूबसूरत दोस्ती का सफर खत्म हो गया है। अब आरिफ-सारस न साथ में खाएंगे, न साथ में घूमेंगे और न ही साथ में खेलेंगे। कुछ दिन पहले आरिफ जिन चीजों को जी रहा था, अब वो सब याद बनकर रह गया है।
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सारस का नहीं चल रहा पता
अमेठी के आरिफ और सारस की अनोखी दोस्ती का अंत होने के बाद अब ताजा जानकारी सामने आई है। कहा जा रहा है कि अब समसपुर पक्षी विहार में ये सारस नजर नहीं आ रहा है। वह समसपुर पक्षी विहार के अन्य सारस साथियों के साथ उड़ गया है। वह आरिफ के घर भी नहीं पहुंचा है। फिलहाल, उसका पता नहीं चल पा रहा है। वहीं, पक्षी विहार के अधिकारियों के मुताबिक, सारस यहां लाए जाने के बाद अन्य सारस साथियों के उड़कर गया है। संभावना है कि वह कहीं आसपास वन्य क्षेत्र में होगा। वह कहीं भी जा सकता है। उसे खोजने के लिए टीम लगाई गई है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को आरिफ और उनके सारस को एक दूसरे से अलग करने पर सरकार पर निशाना साधा था। आरोप लगाया था कि सारस को कैद करने की कार्रवाई तब की गई, जब वह आरिफ के घर सारस पक्षी को देखने गए थे। सरकार को बताना चाहिए कि सारस को कहां कैद करके रखा गया है।
दरअसल, अमेठी के मंडखा में मार्च 2022 में आरिफ के खेत में एक सारस पक्षी घायल मिला था। आरिफ के मुताबिक, उसके पैर में चोट लगी थी। आरिफ ने उसकी मरहम पट्टी की। इसके बाद सारस उनके साथ रहने लगा। आरिफ का जहां भी जाना होता, सारस साथ जाता। फरवरी में आरिफ व सारस की अनोखी दोस्ती की खबर सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची और देखते ही देखते ये खबर वायरल हो गई।
उन्होंने ट्वीट किया कि सपा सरकार ने उप्र के राज्य पक्षी सारस के संरक्षण के लिए सारस प्रोटेक्शन सोसाइटी, सारस मित्र स्कीम, इंटरनेशनल सारस कंजर्वेशन वर्कशाप व इंटरनेशनल क्रेन फाउंडेशन के साथ करार जैसे उपाय किए थे। आज भी हम सारस संरक्षण में सहयोग करने वालों के साथ खड़े हैं, लेकिन भाजपा सरकार नदारद है।