गौरतलब है कि इनजेन्यूटी हैलीकॉप्टर ने जिस हेलिपैड से उड़ान भरी है, वो मंगल ग्रह का जेजेरो कें्रटर में बना है। हम आपको बता दें कि ऐसा पहली बार है जब हैलीकॉप्टर ने पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर उड़ान भरी है। यह पूरा मिशन नासा क कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रोपल्सन लैबरेटरी द्वारा लाइव किया जा रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो मंगल पर इनजेन्यूटी हैलीकॉप्टर की इस लिए जरूरत है क्योंकि वहां की जमीन बिल्कुल ऊबड़-खाबड़ है, जिसकी वजह से ऑर्बिटर ऊंचाई से क्लियर पिक्चर नहीं ले पाता। इसके अलावा रोवर भी कोने-कोने तक नहीं जा सकता। ऐसे में इनजेन्यूटी हैलीकॉप्टर सबसे बेहतर विकल्प है।
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इससे पहले नासा ने कहा था कि हेलीकॉप्टर टीम इस मुद्दे के निदान और इसे समझने के लिए टेलीमेट्री की समीक्षा कर रही है, जिसके बाद वे फुल-स्पीड टेस्ट का पुनर्निर्धारण करेंगे। नासा अगर अपने मिशन में सफल हो जाता है तो धरती के बाहर दूसरे ग्रह पर किसी हेलिकॉप्टर की यह पहली उड़ान होगी। यही वजह है कि इसे ऐतिहासिक उड़ान माना जा रहा है। हेलिकॉप्टर की मदद से मंगल ग्रह के अनछुए पहलुओं का पता लगाया जाएगा। नासा ने इससे पहले इसकी तस्वीर भी जारी की थी।