गौरतलब है कि एमसीबी जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में 10 मई को करन नर्सिंग होम में डॉ मंजूलिका करन की देखरेख में ग्राम केल्हारी निवासी महिला सुशीला ने एक साथ 3 बालिकाओं को जन्म दिया। बताया जाता है कि महिला का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच चल रहा था।
शासकीय अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने की वजह से अचानक महिला को दिक्कत होने लगी थी। इसके बाद महिला के पति द्वारा उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। यहां महिला ने 3 स्वस्थ बालिकाओं को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
एक साथ हुआ था 5 बेटियों का जन्म
सरगुजा संभाग में पहले भी ऐसा हो चुका है जब किसी महिला ने एक साथ 3 या उससे अधिक बच्चों को जन्म दिया हो। आइए जानते हैं पिछले 7 सालों में कब-कब ऐसा हुआ-
1. 2 अप्रैल 2016 को सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक स्थित ग्राम बिनकरा निवासी मनीता राजवाड़े पति महेश राजवाड़े 25 वर्ष ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक साथ 5 बेटियों को जन्म दिया था। हालांकि इनमें से 3 की हालत नाजुक होने पर रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। इनमें से 3 की मौत हो गई थी।
2. वर्ष 2016 में ही कोरिया जिले की एक महिला ने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था।
3. वर्ष 2017 में भी कोरिया जिले की एक महिला ने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था।
4. सूरजपुर जिले के ओडग़ी क्षेत्र निवासी एक महिला ने वर्ष 2018 में एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था। इसमें 2 पुत्र व एक पुत्री थे।
5. सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक के ग्राम परसोड़ी निवासी फूलेश्वरी मझवार पति रामलाल 27 वर्ष ने 21 अगस्त 2018 को एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था। इनमें से 2 बच्चों का जन्म महतारी एक्सप्रेस में जबकि तीसरे का जन्म गुमगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था।
6. जबकि 20 मई 2022 को सरगुजा जिले के लुंड्रा क्षेत्र निवासी महिला कमलापति पति दिलबर ने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था।