उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम परोगिया निवासी 58 वर्षीय सदर साय सोमवार की दोपहर करीब 2.30 बजे मवेशियां चराने जंगल गया था। गांव का मंगल मझवार भी उसी जंगल में मवेशी चरा रहा था। उसने शाम को सदर साय के घर आकर उसके बेटे को बताया कि तुम्हारे पिता को जंगलीसुअर ने मार डाला है।
घटना की जानकारी होने पर मृतक के परिजन शाम को लगभग 5.30 बजे जंगल पहुंचे और शव को उठाकर घर ले आए। घटना की सूचना मिलने पर प्रधान आरक्षक विमल सिंह, आरक्षक कुंजलाल सोरी तथा वन अमले की टीम परिक्षेत्र सहायक बासेन अजीत सिंह, परमेश्वर सिंह, भरत सिंह व नंदू मंगलवार की सुबह 8 बजे मृतक के घर पहुंचे।
इसके बाद संयुक्त टीम जंगल में घटनास्थल पर भी पहुंची। यहां की स्थिति को देखकर सभी हैरान रह गए। घटनास्थल की स्थिति देख संभावना जताई जा रही है कि जंगलीसुअर के हमले से बचने के लिए सदर साय ने मौत से पहले काफी संघर्ष किया होगा। भागने का अवसर नहीं मिलने और शरीर से अधिक खून बह जाने की वजह से सदर साय की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
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परिजन को मिली सहायता राशिमामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी गजेन्द्र दोहरे, परिक्षेत्र सहायक अजीत सिंह द्वारा 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि मृतक के परिजन को दी गई है। इधर वृद्ध की मौत से उसके परिजनों में मातम पसरा हुआ है।