गौरतलब है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। नौतपा के प्रारंभ से ही बादलों के बीच हवा चल रही है। इससे अधिकतम तापमान में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में नौतपा के तेवर तीसरे दिन ही ठंडे पड़ गए। नौतपा के पहले दिन अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री तक पहुंच गया था।
इसके बाद तापमान में सामान्य से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज होने से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। वहीं शनिवार की दोपहर 2 बजे के बाद आसमान में बादल सक्रिय हुए और दोपहर में हल्की बूंदाबादी के बाद शाम को झमाझम बारिश हुई। झमाझम बारिश से मौसम पूरी तरह ठंडा हो गया है।
पिछले एक पखवाड़े से पड़ रही भीषण गर्मी एवं तापमान औसत 40 डिग्री के आसपास स्थिर हो जाने से लोगों का हाल-बेहाल हो गया था। लोगों का अंदेशा था कि 25 तारीख से शुरू हो रहे नौतपा में तापमान अपने चरम सीमा पर रहेगा। लेकिन नौतपा के पहले दिन से ही लोगों को सूर्य की तपिश से राहत मिली है।
मौसम विज्ञानी के अनुसार आसमान में बादल सक्रिय रहने की एक दो दिनों तक और बताई जा रही है। इसके बाद भीषण गर्मी की संभावना मौसम विज्ञाग द्वारा की गई है। 40-42 डिग्री के बीच अब तक रहा तापमान
पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का खलल पडऩे के कारण तापमान में कोई खास वृद्धि नहीं देखी गई है। अपै्रल व मई महीने में अधिकतम तापमान 42 से 42 डिग्री के बीच ही बना रहा। पिछले वर्ष भी नौतपा में अधिकतम तापमान 36 से 37 डिग्री के आस पास ही बना हुआ था।
पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का खलल पडऩे के कारण तापमान में कोई खास वृद्धि नहीं देखी गई है। अपै्रल व मई महीने में अधिकतम तापमान 42 से 42 डिग्री के बीच ही बना रहा। पिछले वर्ष भी नौतपा में अधिकतम तापमान 36 से 37 डिग्री के आस पास ही बना हुआ था।
फलदार पेड़ों के लिए पानी फायदेमंद
सरगुजा कृषि मौसम विज्ञान के अनुसार मई महीने में बारिश होने से फलदार पेड़ों व सब्जी के फसलों को फायदा मिलेगा। भीषण गर्मी में फसलों को पानी की अत्यधिक आवश्यकता पड़ती है। वहीं आम, लीची को पकने के लिए गर्मी का पानी जरूरी होता है। इस बारिश के कारण फल जल्द पककर तैयार होते हैं।
सरगुजा कृषि मौसम विज्ञान के अनुसार मई महीने में बारिश होने से फलदार पेड़ों व सब्जी के फसलों को फायदा मिलेगा। भीषण गर्मी में फसलों को पानी की अत्यधिक आवश्यकता पड़ती है। वहीं आम, लीची को पकने के लिए गर्मी का पानी जरूरी होता है। इस बारिश के कारण फल जल्द पककर तैयार होते हैं।
चलती ऑटो पर गिरा विशाल पेड़
शनिवार की दोपहर से अंबिकापुर सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के दौरान शाम को शहर के संजय पार्क से लगे पेट्रोल पंप के पास चलती ऑटो पर अचानक एक विशाल पेड़ गिर गया। हादसे में चालक नीचे दब गया। वह ऑटो में ही फंस गया।
शनिवार की दोपहर से अंबिकापुर सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के दौरान शाम को शहर के संजय पार्क से लगे पेट्रोल पंप के पास चलती ऑटो पर अचानक एक विशाल पेड़ गिर गया। हादसे में चालक नीचे दब गया। वह ऑटो में ही फंस गया।
लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस व एसडीआरएफ टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन भारी-भरकम पेड़ होने के कारण वहां मौजूद लोग और एसडीआरएफ की टीम पेड़ को नहीं हटा पाई। करीब आधे घंटे के बाद क्रेन की मदद से आटो पर गिरे पेड़ को हटाकर दबे चालक को बाहर निकाला गया।
हादसे में चालक गंभीर रूप से घायल हो गया था। आनन-फानन में उसे डायल 112 की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि घटना के समय ऑटो में चालक के परिवार के लोग ही सवार थे। हादसे में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। शाम को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश में शहर व इससे लगे कई इलाकों में पेड़ गिरने की भी खबर है।
पशु पुनर्वास केंद्र पर भी गिरा पेड़
शहर के रामानुजगंज चौक से लगे सिंचाई कॉलोनी स्थित मां महामाया पशु पुनर्वास केंद्र पर भी तेज हवा के कारण विशाल पेड़ गिर गया। इससे जहां शेड़ क्षतिग्रस्त हो गया, वहीं बेजुबान जानवरों को भी हल्की चोटें आई हैं।