सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मोतीपुर की बेवा सुनीता का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने कहा है कि वह मोतीपुर ग्राम की रहने वाली है। शुक्रवार 6 अक्टूबर को जिवतिया होने के कारण वह मेहमानों के लिए दो-तीन किलो महुआ का शराब बनाकर घर में रखी थी।
गुरुवार की दोपहर उसके घर में अचानक 2 गाड़ी में पहुंचे लोग दरवाजा पीटने लगे। दरवाजा नहीं खोलने पर जोर-जोर से बात करते हुए लात मारने लगे। जब उसने दरवाजा खोला तो दो महिला सहित सात-आठ लोग घर में घुस गए। शराब देखकर इनमें से कुछ लोग कहने लगे कि इसे गाड़ी में बैठाओ।
इस बात से वह डर गई। जब उसने जिवतिया पर्व पर मेहमानों के लिए शराब बनाकर रखने की बात कही तो उनके द्वारा 30 हजार रुपए की मांग की गई। उसने खुद के बेवा होने का हवाला देते हुए किसी तरह दो बच्चों का पालन-पोषण करने की बात कही। इसके बाद भी वे इसे जेल भेजो, कहते हुए डरा-धमका रहे थे। वह सफाई देती रह गई कि बेचने के लिए नहीं बल्कि घर में आने वाले मेहमान के लिए शराब बनाई है, लेकिन वे उसकी बातों को अनसुना करते रहे।
मांग रहे थे 30 हजार, 15 हजार लेकर बना दिया चालान
महिला का आरोप है कि आबकारी टीम द्वारा 30 हजार रुपए देने के लिए उसपर दबाव बनाया गया। जब उसने कहा कि साहब मेरा पति नहीं है, कहां से इतना रुपए दूंगी तो जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की गई। इसके बाद उसने जमा करके रखे गए 15 हजार रुपए उन्हें दे दिए। महिला का आरोप है कि रुपए लेने के बाद भी उन्होंने चालान बना दिया।
उडऩदस्ता टीम के अधिकारी ने ये कहा
उडऩदस्ता टीम के संभागीय अधिकारी रंजीत गुप्ता ने पहले तो ऐसे किसी कार्रवाई से अनभिज्ञता जताई। जब उनके संज्ञान में इस मामले को लाया गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी टीम द्वारा ग्राम मोतीपुर में एक महिला के घर कार्रवाई की गई है।
जिस महिला के यहां कार्रवाई की गई वहां स्वयं पुलिस वालों का उठना-बैठना है। उन्होंने महिला के द्वारा रुपए उगाही के लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सुनियोजित तरीके से बदनाम करने की कोशिश की गई है। महिला के घर से 10 लीटर से अधिक शराब उनकी टीम को मिला था।