उत्तर प्रदेश के बभनी निवासी एक युवक दूसरे राज्य में काम करता है। वहां से वह शुक्रवार की शाम अंबिकापुर पहुंचा और बभनी जाने प्रतीक्षा बस स्टैंड में बस का इंतजार कर रहा था। युवक को अकेला बैठा देख ग्वालियर निवासी ओमप्रकाश गुप्ता उसके पास पहुंचा। युवक उससे पूर्व परिचित नहीं था।
इसी बीच ओमप्रकाश गुप्ता ने उससे बातचीत शुरु कर कहा कि पुराना बस स्टैंड से उसे बभनी जाने के लिए बस मिल जाएगी। इसके बाद वह उसे लेकर पुराना बस स्टैंड आ गया। यहां सुबह बस मिलने की बात कहकर पुराने बस स्टैंड के पास ही स्थित एक होटल में ले गया।
यहां उसने युवक से कहा कि वह उसकी अच्छी नौकरी लगवा देगा, इसके लिए उसने युवक से 1 लाख रुपए की मांग की। युवक ने असमर्थता जताई तो उसके खाते से अलग-अलग बार कोड देकर 4 हजार 70 रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद उसने युवक से अप्राकृतिक कृत्य किया।
सूत्रों के अनुसार आरोपी ने युवक को रातभर बांधे रखा था। सुबह आरोपी खुद पीडि़त को बस स्टैंड छोडक़र होटल लौट आया। इधर युवक ने अपने परिजन को पूरी बात बताई तो वे बभनी से अंबिकापुर पहुंचे। इसके बाद युवक ने मामले की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई।
शादी के दिन दूल्हा नहीं लेकर आया बारात, दुल्हन देखती रह गई राह, लडक़ी पक्ष के लोग पहुंचे थाने
आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा गया जेलपीडि़त युवक की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश गुप्ता के खिलाफ धारा 420, 377 के तहत अपराध दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरु की। इसी बीच पुलिस आरोपी को शनिवार की देर शाम होटल के पास से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रविवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
सूत्र बताते हैं कि आरोपी आर्मी की वर्दी (Army uniform) पहनकर पीडि़त युवक से मिला था। कार्रवाई में बस स्टैंड सहायता केंद्र प्रभारी एएसआई अभिषेक पांडेय, प्रधान आरक्षक अमित सिंह, आरक्षक मंटू गुप्ता, चंचलेश सोनवानी व कुंदन सिंह शामिल रहे।