शहर के रिंग रोड स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज के बगल में सत्या जेसीबी में मैनेजर के पद पर कार्यरत गौरव वर्मा 11 नवंबर को अपने पिता का उपचार कराने रायपुर गया था। रायपुर से लौटकर वह 12 नवम्बर को ड्यूटी पर पहुंचा तो स्पीड पोस्ट के माध्यम से उसके नाम का एक लिफाफा आने की जानकारी मिली।
लिफाफे में प्रेषक के स्थान पर अंबिकापुर निवासी उपेन्द्र वर्मा नामक वकील का नाम लिखा है। लिफाफे को खोलने पर उसमें एक अहस्ताक्षरित कम्प्यूटर टायपिंग किया हुआ पत्र (Threat letter) मिला,
जिसमें गाली का उपयोग करते हुए काली घाट के पास नया पुलिया के नीचे सफेद बोरे के ऊपर ‘जी’ लिखकर 10 लाख रुपए 20 नवम्बर की रात 11 बजे के पहले तक रखने की बात धमकी भरे लहजे में लिखी गई थी। यही नहीं, पुलिस को सूचना देने या रुपए नहीं देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है।
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पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी
गौरव वर्मा के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि पत्र (Threat letter) लिखने वाला व्यक्ति उसके पूरे परिवार को जानता है। क्योंकि पत्र में रुपए नहीं देने पर पिता, बहनोई और बहन को भी जान से मार देने का उल्लेख किया गया है। धमकी भरे पत्र में यह भी उल्लेख है कि यदि उसके द्वारा रुपए नहीं दिया गया तो 20 नवम्बर के बाद और 15 जनवरी के पहले कभी भी गंभीर घटना घट सकती है।
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