मेडिकल कॉलेज अस्पताल में समय पर जांच की सुविधा नहीं मिल रही है। हमर लैब अनुपयोगी साबित हो रहा है। हमर लैब में पिछले 10 दिनों से रिजेंट किट नहीं होने के कारण मरीजों की ऑटोमेटिक सीबीसी जांच नहीं हो पा रही है।
इस स्थिति में मरीजों की मैनुअली सीबीसी जांच हो रही है। मैनुअली जांच में काफी वक्त लग रहा है, इसलिए समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। इससे इलाज व ऑपरेशन में भी देरी हो रही है। मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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अस्पताल में बढ़ी है मरीजों की संख्या
मौसम में बदलाव आने के कारण लोग बीमार पड़ रहे हंै, इसलिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी हुई है। हर दिन लगभग 1 हजार से 1200 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें लगभग 800 ओपीडी मरीजों की चिकित्सक सीबीसी जांच कराने की सलाह दे रहे हैं।
वहीं भर्ती मरीजों को भी सीबीसी जांच कराना अनिवार्य होता है। इस स्थिति में हमर लैब में प्रतिदिन लगभग 1000 से अधिक सीबीसी जांच होती है। लेकिन रिजेंट किट नहीं होने के कारण मैनुअली जांच हो रही है। इससे समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है।
कई मरीजों को बाहर करानी पड़ रही जांच
रिजेंट किट नहीं होने से हमर लैब में सीबीसी की ऑटोमेटिक जांच नहीं हो पा रही है। मशीन बंद पड़े हुए हैं। मैनुअली जांच में काफी समय लग रहा है। इस स्थिति में कई मरीज बाहर से अपनी सीबीसी जांच कराने को मजबूर हैं।
लिखा गया है पत्र
पिछले कुछ दिनों से रिजेंट किट नहीं होने से सीबीसी जांच प्रभावित है। मैनुअली जांच हो रही है। किट के लिए सीजीएमएससी को पत्र लिखा गया है। अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
डॉ. आरसी आर्या, मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक