शहर के नवापारा महागिरजाघर के सामने स्थित पुराने सेल टैक्स ऑफिस गली में अधिवक्ता केडी प्रजापति का मकान है। उनकी पत्नी 19 अप्रैल को अपने गांव बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चमनपुर गई थी।
इसी बीच 22 अप्रैल को अधिवक्ता कोर्ट के काम से प्रतापपुर गए और रात को वे भी पत्नी के पास चलगली में रुक गए। वे 24 अप्रैल की सुबह अंबिकापुर पहुंचे और घर न जाकर सीधे कोर्ट आ गए। शाम को वे जब कोर्ट से घर पहुंचे तो दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। जब वे भीतर गए तो आलमारी खुली व सामान बिखरा हुआ था।
जब वे पूजा रूप में पहुंचे तो वहां की पेटी में रखे करीब 7 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवर गायब थे। इसकी सूचना उन्होंने रात में ही गांधीनगर पुलिस को दी।
पड़ोसी के घर भी लाखों की चोरी
अधिवक्ता के पड़ोस में ही सुनील मिश्रा पिता चंद्रमणि मिश्रा का मकान है। वह सोसायटी संचालक है। 19 अप्रैल को सुनील मिश्रा अपनी पत्नी व 2 बच्चों तथा अपने 2 छोटे भाइयों व पूरे परिवार के साथ अपने पैतृक निवास स्थान रीवा गए थे। यहां उनके बेटे का जनेउ संस्कार होना था। जबकि उनके पिता घर पर ही रुके थे। 22 अप्रैल को पिता भी कार्यक्रम में शामिल होने रीवा चले गए हैं। जब सुनील मिश्रा को पता चला कि उनके पड़ोस में रहने वाले अधिवक्ता के घर चोरी हो गई है तो उन्होंने गांधीनगर निवासी अपने जीजा राजीव द्विवेदी को यह देखने अपने घर भेजा कि उनका घर सही सलामत है या नहीं। जब जीजा पहुंचा तो बाहर से सब सामान्य था।
जब ताला खोलकर वे भीतर घुसे तो सारा सामान बिखरा था। कमरे के 3 ताले टूटे थे तथा आलमारी में रखे राशन दुकान के 50-60 हजार रुपए व करीब 4 लाख रुपए के जेवर गायब थे।