मौसम के जानकारों के अनुसार मैनपाट में अब जल्द ही ओस जमना शुरू हो जाएगा। वहीं अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। डॉक्टरों ने बढ़ती ठंड को देखते हुए बच्चों के अलवा हार्ट व अस्थमा के मरीजों को विशेष रूप से बचने की सलाह दी है।
शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार की सुबह से ही लोगों ने सिहरन के साथ ठंड महसूस की। दिनभर धूप होने के बावजूद लोगों ने धूप में रहना पसंद किया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दो दिनों तक जिले में आसमान पर बादल छाए हुए थे लेकिन जम्मू-कश्मीर में हुई बारिश व बर्फबारी के साथ ही बादल छंट गए। इसका असर यहां भी महसूस किया जा रहा है।
जम्मू में हुई बर्फबारी से सरगुजा में उत्तरी हवा पहुंचने लगी है। इसकी वजह से उत्तर दिशा की तरफ से शुष्क हवाएं चल रही है। इसमें नमी कम व सिहरन ज्यादा है। ऐसे में अचानक शहर सहित आसपास के क्षेत्रों का तापमान घट गया है।
मौसम विभाग ने अंबिकापुर शहर का अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शहर के तापमान से मैनपाट के तापमान में 2 से 3 डिग्री ही कम होती है लेकिन रविवार को मैनपाट स्थित आलू अनुसंधान केंद्र ने वहां का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया है।
बच्चों को बचने की जरूरत
डॉक्टरों के अनुसार रात व दिन दोनों तापमान में गिरावट दर्ज होने की वजह से लोग सिहरन भरी ठंड महसूस कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सबसे अधिक बच्चों को बचाने की जरूरत है। वहीं हार्ट के मरीज व अस्थमा के मरीजों के लिए भी यह ठंड काफी खतरनाक हो सकती है।
अंबिकापुर में दिसंबर का तापमान
1 दिसंबर 23.7 डिग्री 11.5 डिग्री
2 दिसंबर 23.2 डिग्री 9.8 डिग्री