बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी द्वारा बुधवार को नशा मुक्ति अभियान के समापन का कार्यक्रम वाड्रफनगर में आयोजित किया गया था। इसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के स्कूल शिक्षा, आदिम जाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक विकास मंत्री व प्रतापपुर विधायक डॉक्टर प्रेमसाय सिह टेकाम थे।
उन्होंने अपने उद्बोधन के दौरान कवि हरिवंश राय बच्चन की एक कविता का जिक्र करते हुए कहा कि मंदिर-मस्जिद झगड़ा कराते, एक कराती मधुशाला। उन्होंने कहा कि इसमें आत्मनियंत्रण होना चाहिए। हम भी चुनाव में उपयोग कर लेते हैं। उन्होंने एक मीटिंग का भी जिक्र करते हुए कहा कि एक पक्ष शराब पीने के लाभ तो दूसरा पक्ष उसके नुकसान बता रहा था।
मंत्री ने बताया शराब पीने का तरीका
मंच से मंत्री डॉ. टेकाम ने लोगों को दारू पीने का तरीका भी बताया। उन्होंने कहा कि डी का मतलब दारू। इसमें डायलुशन होना चाहिए, जितना होना चाहिए, उतना ही हो। इसके बाद ड्यूरेशन होना चाहिए, ये नहीं कि एक बार में गट-गट मार दिए। यह सुनकर मंच पर बैठे बलरामपुर कलक्टर, एसपी के अलावा कार्यक्रम में मौजूद स्कूली बच्चे व अन्य लोग भी मुस्कुराते दिखे।
मंच से मंत्री डॉ. टेकाम ने लोगों को दारू पीने का तरीका भी बताया। उन्होंने कहा कि डी का मतलब दारू। इसमें डायलुशन होना चाहिए, जितना होना चाहिए, उतना ही हो। इसके बाद ड्यूरेशन होना चाहिए, ये नहीं कि एक बार में गट-गट मार दिए। यह सुनकर मंच पर बैठे बलरामपुर कलक्टर, एसपी के अलावा कार्यक्रम में मौजूद स्कूली बच्चे व अन्य लोग भी मुस्कुराते दिखे।
मंत्री बोले- सडक़ खराब होने से कम होते हैं हादसे
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों ने जब अंबिकापुर से बनारस की खराब सडक़ के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि खराब सडक़ें होने से हादसे (Road accident) कम होते हैं। यदि सडक़ अच्छी बन जाती है तो हादसे बढ़ जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जर्जर सडक़ बनवाने को लेकर उनके पास डिमांड आती है तो वे उसे देखेंगे।
मंत्रीजी की हो रही किरकिरी
प्रदेश में शराब बंदी न करने को लेकर पहले से ही प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। अब मंत्री जी ने शराब को लेकर जो बातें कही हैं वह सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (Viral on social media) हो रही है। इसे देखकर लोग मंत्री जी के बारे में तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं।