पूर्व मंत्री भगत ने कहा कि हत्या (Sandeep murder case) के मुख्य आरोपी ठेकेदार और उसके अन्य साथियों द्वारा सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी मृतक संदीप लकड़ा को घर से उठाकर ले जाया जाता है। घर नहीं लौटने पर परिजन रिपोर्ट दर्ज करने थाने पहुंचते हैं, लेकिन उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती।
इसके बाद सामाजिक संगठन सर्व आदिवासी समाज के साथ मृतक परिवार थाने में जब धरना देते हैं तब आदिवासी आयोग के हस्तक्षेप से रिपोर्ट लिखी जाती है। यही नहीं, उसके बाद भी न तो मृतक की खोजबीन और न ही आरोपियों पर पुलिस कोई ठोस कार्रवाई करती है। इसी बीच 6 सितंबर को ग्राम लुरैना थाना तहसील मैनपाट के निर्माणाधीन पानी टंकी के नीचे संदीप की सड़ी-गली लाश मिली।
यह भी पढ़ें
Sandeep murder case: संदीप हत्याकांड का 5वां आरोपी भी चढ़ा पुलिस के हत्थे, अब ठेकेदार की खोजबीन में जुटी है पुलिस
Sandeep murder case: समाज में आक्रोश का माहौल
अमरजीत भगत ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर पीडि़त परिवार और सामाजिक संगठन का गुस्सा उबाल पर है। स्थिति यह है कि परिवार के लोग अभी भी संदीप के शव (Sandeep murder case) का अंतिम संस्कार करने से मना रहे हैं। ऐसे में उसका शव मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के मरच्यूरी में रखा हुआ है। घटना को लेकर आदिवासी संगठन द्वारा प्रदर्शन एवं चक्का जाम किया गया था। इस बीच प्रशासन द्वारा 3 दिन के अंदर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी कर लिए जाने का लिखित आश्वासन दिया गया था। प्रशासन द्वारा दिए गए समय की मियाद 10 सितंबर मंगलवार को समाप्त हो जाएगी।
यह भी पढ़ें
Latest conversion news: मेरा धर्म अपना लो, सारे दुख-दर्द दूर हो जाएंगे, प्रलोभन देने वाले को पुलिस ने भेजा जेल
11 सितंबर को आयोजित आंदोलन को देंगे समर्थन
अमरजीत भगत ने कहा कि उचित कार्रवाई और मुख्य आरोपी (Sandeep murder case) की गिरफ्तारी नहीं होने पर 11 सितंबर को सामाजिक संगठन द्वारा आंदोलन किए जाने की बात कही गई है। वहीं कांग्रेस आंदोलन में शामिल होकर अपना समर्थन देगी। बता दे कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय अभी फरार है। प्रेसवार्ता में महापौर डॉक्टर अजय तिर्की, बालकृष्ण पाठक, प्रदेश महामंत्री जेपी श्रीवास्तव, डीसीसी अध्यक्ष राकेश गुप्ता, पार्षद दीपक मिश्रा, मोहम्मद इस्लाम, अनूप मेहता, लक्ष्मी गुप्ता, अशफाक अली, दुर्गेश गुप्ता, परवेज आलम सहित अन्य मौजूद थे।