छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में सैनिक स्कूल संचालित है। यहां देशभर के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। 6 दिन पूर्व बिलासपुर निवासी 1२ वर्षीय छात्र ऋषभ डहरिया पिता बलदेव डहरिया ने 6वीं कक्षा में एडमिशन लिया था।
बुधवार की सुबह नाश्ते के बाद उसकी तबियत बिगडऩे लगी। यह देख स्कूल प्रशासन द्वारा उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी बीच रास्ते में वह अचेत हो गया।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र की मौत की सूचना पर प्राचार्य, उपप्राचार्य सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंचे और मामले की सूचना छात्र के परिजनों को दी।
मीडियाकर्मियों से कैमरा छीन लिया
संदिग्ध हालत में छात्र की मौत की सूचना पर मीडियाकर्मी मामले का कवरेज करने अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान सैनिक स्कूल की प्राचार्य कर्नल मिताली ने उन्हें कवरेज करने से रोका तथा कैमरा छीन लिया, इसे लेकर मामला और गर्म हो गया है।
छात्र की मां बोली- हमे सूचना क्यों नहीं दी
छात्र की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन बिलासपुर से अंबिकापुर पहुंचे। बेटे का शव देख उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। छात्र की मां का कहना है कि जब 2 दिन से बेटे की तबियत खराब थी स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। सीधे अस्पताल क्यों ले आए?
छात्र की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन बिलासपुर से अंबिकापुर पहुंचे। बेटे का शव देख उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। छात्र की मां का कहना है कि जब 2 दिन से बेटे की तबियत खराब थी स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। सीधे अस्पताल क्यों ले आए?
नायब तहसीलदार का है ये कहना
इधर नायब तहसीलदार संजीत पांडेय ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के अनुसार छात्र को 2 दिन से बुखार था। बुधवार की सुबह नाश्ते के बाद उसके हाथ-पैर में दर्द शुरु हुआ और वह अचेत हो गया था। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।