हादसा इतना जबरदस्त था कि 2 युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत (2 death in scorpio accident) हो गई, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में 1 की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसे रायपुर रेफर किया गया है।
बलरामपुर जिले के ग्राम नवकी बंधनपारा दीप कुमार शांडिल्य पिता रामप्रसाद 30 वर्ष के परिवार में शादी थी। परिवार के अन्य सदस्यों में मंदीप व विजय के अलावा अंबिकापुर के गांधीनगर निवासी विरेंद्र व ग्राम डिगमा निवासी कुंदन मार्को पिता रामनाथ 27 वर्ष शादी समारोह (Marriage programme) में शामिल होने स्कॉर्पियो क्रमांक जेएच 01 डीटी- 7936 में सवार होकर पेंड्रा-गोरेला-मरवाही गए थे।
शादी समारोह में शामिल होकर पांचों रविवार की रात घर लौट रहे थे। स्कॉर्पियो कुंदन मार्को चला रहा था जबकि सामने की सीट पर दीप कुमार शांडिल्य तथा पीछे की सीट पर मंदीप, विरेंद्र व विजय बैठे थे।
स्कॉर्पियो सोमवार की अलसुबह 4 बजे मनेंद्रगढ़-अंबिकापुर नेशनल हाइवे पर सूरजपुर कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम कमलपुर मोड़ के पास पहुंची ही थी कि ड्राइवर को झपकी आ गई और स्कॉर्पियो सडक़ किनारे पीपल के पेड़ से जा टकराई।
हादसा (Road accident) इतना जबरदस्त था कि ड्राइवर कुंदन मार्को व दीपक कुमार शांडिल्य की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं मंदीप, विजय व विरेंद्र घायल हो गए।
घायलों में एक की हालत नाजुक
सडक़ हादसे की सूचना पर सूरजपुर एसआई तालिब शेख टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जबकि मृतकों को पीएम के लिए अस्पताल भेजा।
घायलों में एक की हालत नाजुक
सडक़ हादसे की सूचना पर सूरजपुर एसआई तालिब शेख टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जबकि मृतकों को पीएम के लिए अस्पताल भेजा।
पीएम पश्चात उन्होंने शव परिजन को सौंप दिया। घायलों में ग्राम नवकी निवासी मंदीप की नाजुक हालत को देखते हुए रायपुर जबकि विरेंद्र को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर किया गया है।
हो चुके हैं कई हादसे
सडक़ हादसे में मौत की खबर जैसे ही मृतकों के परिजनों को लगी, उनमें मातम पसर गया। जिस पीपल पेड़ से स्कॉर्पियो टकराई, वहां पहले भी आधा दर्जन से अधिक हादसे (Road accident) हो चुके हैं।
हो चुके हैं कई हादसे
सडक़ हादसे में मौत की खबर जैसे ही मृतकों के परिजनों को लगी, उनमें मातम पसर गया। जिस पीपल पेड़ से स्कॉर्पियो टकराई, वहां पहले भी आधा दर्जन से अधिक हादसे (Road accident) हो चुके हैं।
इन हादसों में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। मोड़ पर वाहन की रफ्तार अधिक होने के कारण चालक नियंत्रण नहीं रख पाते और हादसे का शिकार हो जाते हैं।