साथ ही कहा कि केंद्र सरकार से पर्याप्त राशि मिलने के बावजूद आज प्रदेश में संक्रमण व मौत के बेतहाशा बढ़ते आंकड़े काफी दुर्भाग्यजनक हैं। आपदा के इस समय में प्रदेश सरकार को विपक्ष (Opposition) से आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आपदा के इस दौर में भी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) की आपसी खींचतान से जनता को नुकसान हो रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह (Surguja MP Renuka Singh) ने यह दावा किया कि गत वर्ष जुलाई माह के बाद से केंद्र सरकार कोविड के आवश्यक उपकरणों की खरीदी हेतु प्रदेश सरकार को नियमित तौर पर राशि जारी कर रही है। इसके बावजूद प्रदेश में आज ऑक्सीजन, आईसीयू बेड, वेंटीलेर से लेकर व अन्य उपकरणों की कमी बनी हुई है।
आरटीपीसीआर जांच (RT-PCR test) बंद है। इसकी वजह से पूरे प्रदेश में काफी भयावह स्थिति बनी हुई है। प्रदेश सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है। हर दिन कोरोना के केस व मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस आपदा के समय में भी मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री की आपसी खींचतान से लोगों का नुकसान हो रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री के खुद के गृह क्षेत्र सरगुजा में हालात अच्छे नहीं हैं। यहां कोविड मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। रेणुका ने कहा कि मैंने केंद्रीय रेल मंत्री से भी बात की है।
उन्होंने रेलवे के कोच को आइसोलेशन सेंटर बनाने की सहमति दी है। वर्चुअल पत्रवार्ता में भाजपा नेता अनिल सिंह मेजर, अखिलेश सोनी, अनुराग सिंहदेव, ललन प्रताप सिंह, अभिमन्यू गुप्ता व संजय सोनी शामिल हुए।
समन्वय बनाकर कार्य की जरूरत
रेणुका ने कहा कि ऐसे विकट समय में राजनीति करना सही नहीं है। मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार को विपक्ष से समन्वय बनाकर कार्य करने की जरूरत है, लेकिन मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने इस मसले पर कभी मुझसे चर्चा नहीं की।
भाजपा (BJP) कुछ बोलती है तो मुख्यमंत्री (CM Bhupesh Baghel) कहते हैं कि गाल बजा रहे हैं। हम प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा हेतु हर संभव मदद के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए प्रदेश सरकार गंभीर हो। हम सभी को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा।