भाजपा नेता आलोक दुबे ने पत्र में उल्लेख किया था कि संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में वर्तमान समय में भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। भ्रष्टाचार में लिप्त इस विश्वविदयालय के कर्मचारी तथा अधिकारी विश्वविद्यालय से बाहर के लोगों से सांठ-गांठ करके शासनादेशों, अध्यादेशी तथा नियमों का सीधे-सीधे उल्लंघन कर रहे हैं।
जिससे विश्वविद्यालय का विकास बाधित हो गया है और छात्रों शिक्षकों आम नागरिको जन प्रतिनिधियों में व्यापक असंतोष और निराशा व्याप्त हो गया है। इस विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनोद कुमार एक्का ने अपने आर्थिक लाभ के लिए विश्वविद्यालय के सभी विभागों में अपने पसंद के कर्मचारियों को पदस्थ कर विश्वविद्यालय से बाहर के लोगों से साठ-गांठ करके अपना भष्टाचार का पूरा नेटवर्क स्थापित कर रखा है।
कई घोटाले का पत्र में जिक्र
पत्र में आलोक दुबे ने ये भी बताया है कि कुल सचिव विनोद कुमार एक्का तथा विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य इंजीनियर रामनिवास गुप्ता ने मिलकर नियम विरुद्ध तरीके से कार्यपरिषद को धोखे में रखकर विश्वविद्यालय के परिनियम व अध्यादेश का उल्लंघन करते हुए कई भ्रष्टाचार किए हैं। उनपर लाखों रुपये का घोटाला का भी आरोप है।