6 मई 2022 से 8 मई 2022 तक तात्कालीन मुख्यमंत्री सूरजपुर प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने कई घोषणाएं की थीं। इनमें से एक बिहारपुर नवाटोला मुख्य मार्ग से रसोकी (PWD road tender) तक 11.25 किलोमीटर की सडक़ बनाने का काम भी था। इसकी लागत 2847 लाख रुपए थी। 23 करोड़ 42 लाख 9 हजार रुपए इस सडक़ के लिए स्वीकृत किए गए थे।
इस सडक़ में पीडब्ल्यूडी सूरजपुर (PWD road tender) ने लापरवाही की मिसाल पेश की। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद तात्कालीन ईई ने आनन-फानन में सर्वे कराया। इसे तात्कालीन सब-इंजीनियर निखिल यादव ने तैयार किया और एसडीओ राजीव वर्मा ने अप्रूव कर दिया।
यह भी पढ़ें
Surajpur double murder case: डबल मर्डर केस में कुलदीप साहू, NSUI के जिलाध्यक्ष समेत 5 आरोपी भेजे गए जेल, बलात्कार की पुष्टि नहीं
PWD road tender: फॉरेस्ट से नहीं ली एनओसी
एसडीओ और सब-इंजीनियर ने अपने इस्टीमेट में फॉरेस्ट से एनओसी ही नहीं ली। दोनों ने बिना फॉरेस्ट क्लीयरेंस के ही इस्टीमेट ईई को दे दिया। ईई (PWD road tender) ने भी लापरवाही की मिसाल पेश की और बिना प्रोफार्मा चेक किए या यूं कहें कि जान-बूझकर सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर कार्यालय से होते हुए ईएनसी कार्यालय पहुंचा दी। यहां से टेंडर (PWD road tender) लग गया और काम हो भी हो गया। जब मामले की जानकारी वरिष्ठ अफसरों को लगी तो दिखावे के लिए तात्कालीन सब-इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों पर अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है।
यह भी पढ़ें