भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के अलावा शासकीय जमीन की बिक्री करने वाले पटवारी को दोबारा उसी हल्का का पटवारी नियुक्त किए जाने पर क्षेत्र के ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। जबकि उक्त पटवारी 8 माह की जेल की सजा भी काट चुका है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने कलक्टर से की है।
कलक्टर को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सरगवां नर्मदापारा में पदस्थ वर्तमान पटवारी का ट्रांसफर कर उसके स्थान पर राजीव श्रीवास को सरगवां नर्मदापारा में पोस्टेड कर दिया गया है।
राजीव श्रीवास पूर्व में यहीं पटवारी रह चुका है तथा भ्रष्टाचार में लिप्त था एवं शासकीय भूमि को बिक्री करने के कारण जेल भी जा चुका है। 8 माह जेल में भी था, उस प्रकरण के सारे गवाह भी ग्राम सरगवां के हैं।
जनता से न व्यवहार न कार्यशैली ठीक
ग्रामीणों का कहना है कि विवादित पटवारी (Disputed Patwari) का क्षेत्र की जनता के साथ व्यवहार व कार्यशैली भी सही नहीं है। उसी पटवारी को यहां फिर से आ जाने से आम जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर उक्त पटवारी राजीव श्रीवास का ट्रांसफर अन्यत्र करने तथा वर्तमान में पदस्थ पटवारी को यहीं यथावत रहने दिए जाने की मांग की है।