४२ वर्षीय रामसूरत पंडो पिता मनराखन पंडो बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रघुनाथनगर थाना क्षेत्र के ग्राम नवगई महुआरीपारा का रहने वाला था। कुछ साल पहले उसने किसी की हत्या कर दी थी। इस मामले में धारा 302 के तहत रामानुजगंज न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। उसे फरवरी 2018 में केंद्रीय जेल अंबिकापुर लाया गया था। रविवार सुबह वह जेल के बैरक से बाहर निकलकर टहल रहा था।
अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा। कैदी को तत्काल उपचार के लिए बेहोशी की हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत (Prisoner died) घोषित कर दिया।
हार्ट अटैक से मौत
जेल प्रशासन द्वारा कैदी की मौत की जानकारी उसके परिजन को दी गई, इसके बाद परिजन पहुंचे और शव ले गए। जेल अधीक्षक का कहना है कि कैदी की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
हार्ट अटैक से मौत
जेल प्रशासन द्वारा कैदी की मौत की जानकारी उसके परिजन को दी गई, इसके बाद परिजन पहुंचे और शव ले गए। जेल अधीक्षक का कहना है कि कैदी की मौत हार्ट अटैक से हुई है।