उन्होंने कहा कि अपै्रल 2023 में बिजली दर न बढ़ाने का बयान मुख्यमंत्री ने दिया था, लेकिन इसकी पोल खुल गई है। अपै्रल का बिजली मई महीने में 5.33 प्रतिशत, मई का बिजली बिल जून में 10.88 प्रतिशत और जून का बिजली बिल जुलाई माह में 15.25 प्रतिशत महंगी हो गई है।
उन्होंने बिजली बिल के मामले को कागजी आंकड़ों की बाजीगरी का खेल बताया है। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों को बिजली बिल बढ़ोतरी नहीं होने की बात बताई गई लेकिन सीएसपीडीसीएल जून से अगस्त माह के बिजली बिल में समायोजन प्रभार के रूप में अतिरिक्त बिजली बिल वसूल रही है।
वहीं हितग्राहियों को यह बात समझ नहीं आ रहा है कि बिजली दर बढ़ी नहीं तो बिजली बिल कैसे बढ़ गया। जबकि प्रदेश सरकार कागजों का खेल कर विद्युत खरीदी का रेट कम दिखा कर बाद में समायोजन प्रभार के नाम पर अगले ही महीने में वास्तिविक राशि वसूली जा रही है।
पे्रस वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, पूर्व विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी, भाजपा के वरिष्ठ नेता त्रिलोक कपूर कुशवाहा, विश्व विजय ङ्क्षसह तोमर, मधुसूदन शुक्ला, संतोष दास, रूपेश दुबे सहित अन्य उपस्थित थे।
‘युवाओं से भेंट मुलाकात सिर्फ ढकोसला’
मुख्यमंत्री के युवाओं के भेंट मुलाकात कार्यक्रम को लेकर पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने कहा कि यह सिर्फ ढकोसला है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम पूरी तरह प्रायोजित है। इससे पहले मुख्यमंत्री को युवा याद नहीं आए। जब उन्होंने 5 साल काम किया है और खुद पर भरोसा है तब उन्हें भेंट मुलाकात की क्या जरूरत पड़ी है।
ढाई-ढाई साल के नाम पर महाराज को ठगा
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को ठगने का काम किया है। सबसे पहले उन्होंने अपने ही उप मुख्यमंत्री को ढाई-ढाई साल के नाम पर ठगने का काम किया है। अब जनता पूरी तरह समझ चुकी है। जनता आने वाले समय में इसका जवाब देगी।
‘ये भ्रष्टाचार करें और कोई एजेंसी कार्रवाई भी न करे’
पूर्व केबिनेट मंत्री पांडेय ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में अगर ईडी कार्रवाई करती है तो इन्हेंं दिक्कत हो रही है। ये चाहते हैं कि भ्रष्टाचार भी करें और कोई एजेंसी कार्रवाई भी न करे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने 28 बार चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं दिया गया।