वन अधिकारियों ने बताया कि शिकारियों द्वारा प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के काशदोहर जंगल में बिछाए गए बिजली के फंदे में 3 बड़े चीतल बीती रात करंट के कारण तड़पते रहे। शिकारियों ने तीनों चीतल को काटकर उसका मांस जंगल में ही पका कर खा गए थे।
शनिवार की सुबह तीनों चीतल का गर्दन, सिर, चमड़ा, पैर व मांस को जंगल से लाते समय वन विभाग की सर्चिंग टीम ने आरोपियों को धर दबोचा। इसके बाद उन्हें प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में लाकर कड़ी पूछताछ की गई तो उन्होंने शिकार करने की बात स्वीकार कर ली।
इनके खिलाफ वन प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के उल्लंघन पर अपराधियों के विरुद्ध वन अपराध प्रकरण दर्ज करते हुए न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
आरोपियों में पतिराम पिता स्व. लावा उम्र 65 वर्ष, निवासी काशदोहर, छोटू पिता सर्जन उम्र 25 वर्ष निवासी गौरा, चेतन पिता उदराज उम्र 28 वर्ष निवासी कल्याणपुर, चमर साय उम्र 52 वर्ष निवासी गौरा, नंदकुमार पिता वचन राम उम्र 23 वर्ष चंद्रपुर, आत्मा जगमोहन उम्र 22 वर्ष चंद्रपुर, राम प्रसाद पिता बोलचू राम उम्र 55 वर्ष निवासी हरिहरपुर, विफल राम पिता लव उम्र 60 वर्ष निवासी पास दोर, मोहन उर्फ तेजू पिता रामभरोस उम्र 23 वर्ष निवासी हरिपुर शामिल है।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
आरोपियों में पतिराम पिता स्व. लावा उम्र 65 वर्ष, निवासी काशदोहर, छोटू पिता सर्जन उम्र 25 वर्ष निवासी गौरा, चेतन पिता उदराज उम्र 28 वर्ष निवासी कल्याणपुर, चमर साय उम्र 52 वर्ष निवासी गौरा, नंदकुमार पिता वचन राम उम्र 23 वर्ष चंद्रपुर, आत्मा जगमोहन उम्र 22 वर्ष चंद्रपुर, राम प्रसाद पिता बोलचू राम उम्र 55 वर्ष निवासी हरिहरपुर, विफल राम पिता लव उम्र 60 वर्ष निवासी पास दोर, मोहन उर्फ तेजू पिता रामभरोस उम्र 23 वर्ष निवासी हरिपुर शामिल है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्यवाही में वन परिक्षेत्र अधिकारी विनय टंडन, विष्णु गिरी, आशीष कुमार साहू, मिलन सिंह चौहान, अशोक गुप्ता, अनिल, उपवन मंडल अधिकारी आशुतोष भगत शामिल रहे।