जानकारी के मुताबिक़, सहादन बारगाह सलहयाडिह कोडकेल का रहने वाला है। वह अपने पिता शिवचरण बारगाह के साथ खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान सुखसागर पैकरा, राधा मोहन पैकरा, सूरज पैकरा, अमरनाथ गुरुजी, कोरकोट पारा टीरंग निवासी वहां खेत में पहुंचकर उसके साथ झगड़ने लगे। जब विवाद बढ़ने लगा तो सुखसागर पैकरा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सहादन बारगाह पर टांगी और कलारी से जानलेवा हमला कर दिया।
खेत पर ही छोड़कर हुए फरार
इन लोगों ने मिलकर पीड़ित सहादन के दोनों हाथ बांध दिए और युवक की पिटाई कर दी। इससे उसका दाहिना पैर दो जगहों से टूट गया और कलारी के हमले से उसके चेहरे पर भी गंभीर चोट आई है। घायल को खेत पर ही छोड़कर सभी आरोपी घटना स्थल से फरार हो गए। इसके बाद सहादन बारगाह के परिजन उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बतौली ले गए। अस्पताल के डॉक्टरों ने पीड़ित की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
एक आरोपी का नाम दर्ज नहीं कर रही थी पुलिस
पीड़ित के भाई सहदेव बारगाह ने घटना के बारे में बताया कि कोरकोट पारा टीरंग निवासी अमरनाथ गुरुजी, सुखसागर पैकरा, राधा मोहन पैकरा, सुरेश पैकरा ने साथ मिलकर मेरे भाई पर जानलेवा हमला किया। जिससे मेरे भाई का पैर टूट गया है। इसके बाद भाई ने बतौली थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। लेकिन बतौली पुलिस द्वारा अमरनाथ गुरु जी का नाम दर्ज नहीं किया गया। इसपर अंबिकापुर एसपी कार्यालय में इसकी शिकायत की गई। इसके बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।