अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कोरोना काल में कोविड मरीजों पर अधिक खपत हो रहे ऑक्सीजन को देखते हुए ऑक्सीजन प्लांट तैयार कराया जा रहा है। सेंट्रलाइज ऑक्सीजन तैयार हो जाने से कोविड, आईसीयू व अन्य वार्ड के मरीजों को बेड पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगा। यह अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों (Serious patients) के लिए संजीवनी (Sanjivani) साबित होगी।
इमरजेंसी के लिए कुछ सिलेंडर स्टोर में रहेंगे
आपातकालीन स्थिति के लिए कुछ ऑक्सीजन सिलेंडरों को स्टोर में रखा जाएगा। ताकि कभी प्लांट में कुछ गड़बड़ी हो तो ऑक्सीजन की सप्लाई न रुके। मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो। फिलहाल अस्पताल में निजी कंपनी से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर काम चलाया जा रहा है।
पाइप लाइन से पहुंचेंगी मरीज के बेड तक
प्लांट के शुरू हो जाने से ऑक्सीजन के मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल आत्मनिर्भर हा़े जाएगा। सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट के जरिए गंभीर मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई हो पाएगी। इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता नहीं होगी। कई आर ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो जाने की स्थिति में मरीजों की जान चली जाती है।
प्लांट के लिए पहुंचे उपकरण
सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट का काम काफी तेजी से चल रहा है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार जल्द ही प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए सीजीएमएससी द्वारा उपकरण खरीदी कर भेज दिए गए हैं।