इस दौरान उसने ऑक्सीजन में लगे एक उपकरण के बदले 2 हजार रुपए का भुगतान निजी संस्था को किया, अब ऑक्सीजन सिलेंडर के भी उसे रुपए देने पड़ेंगे।
गौरतलब है कि शहर के दर्रीपारा निवासी उमेश कश्यप उम्र 35 वर्ष की पिछले दो दिनों से तबियत खराब थी। हालांकि सीटी स्कैन से जांच कराई गई तो रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बावजूद उसकी स्थिति काफी खराब है और सांस लेने में परेशानी थी। परिजन प्राइवेट ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर उसे दो दिनों से ऑक्सीजन दे रहे थे।
गौरतलब है कि शहर के दर्रीपारा निवासी उमेश कश्यप उम्र 35 वर्ष की पिछले दो दिनों से तबियत खराब थी। हालांकि सीटी स्कैन से जांच कराई गई तो रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बावजूद उसकी स्थिति काफी खराब है और सांस लेने में परेशानी थी। परिजन प्राइवेट ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर उसे दो दिनों से ऑक्सीजन दे रहे थे।
इसी बीच सोमवार को ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylender) लेकर और खुद ऑक्सीजन मास्क लगाकर परिजन के साथ कोविड टेस्ट कराने क्लब मैदान पहुंचा था। परिजन ने बताया कि निजी संस्थान से 2000 रुपए का ऑक्सीजन सिलेंडर में लगने वाली घड़ी खरीदी है। बाकी ऑक्सीजन सिलेंडर का कितना लेगा इसका पता नहीं है।
कोविड जांच कराने चिलचिलाती धूप में भी लग रही भीड़
सरगुजा जिले में कोरोना (Covid-19) काफी तेजी से फैल रहा है। हर दिन कोरोना जांच कराने काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के क्लब ग्राउंड में कोविड टेस्ट के लिए सैंपलिंग का काम किया जा रहा है। कोविड टेस्ट कराने सुबह-सुबह ही लोग पहुंच रहे हैं। काफी भीड़ हो जाने के कारण सैंपलिंग में परेशानी भी हो रही है।
इस कारण टेस्ट कराने आए लोगों को चिलचिलाती धूप में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। कई गंभीर मरीज भी होते हैं। इस कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जांच के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।