प्रकरण की सुनवाई के दौरान इस बात का उल्लेख अधिवक्ता अभिषेक शर्मा द्वारा किया गया कि आश्रम भूमियों का अवैधानिक उपयोग कर रहा है। वह (Nishkalanka Ashram) गलत तरीके से लाभ अर्जित करने के लिए पेड़ों की कटाई कर भूमियों का कुछ हिस्सा विक्रय भी किया गया। दुकानें भी किराए पर दी गईं हैं।
आश्रम (Nishkalanka Ashram) द्वारा अपनी वार्षिक मीटिंग में यह बताया गया कि संस्था के पास पैसों का अभाव है, इस कारण व्यवसायीकरण किया जा रहा है, जबकि अभिषेक शर्मा ने यह बताया कि संस्था के पास करोड़ों रुपए फिक्स्ड डिपॉजिट का ब्याज व रेंट से आय हो रही है। इसके दस्तावेज भी प्रस्तुत किए गए।
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Nishkalanka Ashram: ओडिशा भेज रहे हैं पैसे
कलेक्टर ने संस्था के अध्यक्ष से जब पूछा कि इन पैसों का क्या उपयोग होगा? इस पर संस्था के अध्यक्ष ने अपने समुदाय को बढ़ाने हेतु ओडिशा में पैसे भेजने की बात कही। अंत में कलेक्टर ने सभी मुद्दों पर सुनवाई के पश्चात आश्रम (Nishkalanka Ashram) की भूमि पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश पारित कर दिया।