इस संबंध में मणिपुर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि ग्राम जगदीशपुर निवासी अमरेश यादव पिता रूपदेव यादव 30 वर्ष व पड़ोसी रूपनारायण उर्फ रूपन राजवाड़े पिता सत्यनारायण 20 वर्ष के परिवार के बीच पुरानी रंजिश थी। इसके बावजूद अमरेश व रूपनारायण के बीच दोस्ती थी। दोनों एक साथ मजदूरी करते थे।
15 अगस्त को पूरे दिन दोनों ने एक साथ गांव में घूम-घूमकर शराब पी। इसके बाद शाम को अमरेश अपने घर चला आया जबकि रूपनारायण अपने ससुराल ग्राम भि_ीकला चला गया। शाम करीब 7.30 बजे अमरेश रूपनारायण के घर पहुंचा, इस दौरान रूपनारायण घर में नहीं थी।
इस दौरान अमरेश उसके घर में ही गुड़ाखू करने लगा, इसी बीच अमरेश को खोजते हुए उसकी मां रामबाई पहुंची और अमरेश से कहा कि इस घर में क्यों आते हो? घर चलो। इसी बीच रूपनारायण भी अपने घर पहुंचा। वह अमरेश की मां को देखकर गुस्से में आ गया और अमरेश से विवाद करने लगा।
उसने कहा कि तुम मेरे घर क्यों आते हो, जबकि तुम्हारी मां गाली-गलौज करती है। इसके बाद रूपनारायण अमरेश के साथ मारपीट करने लगा। इस दौरान अमरेश की मां बीच-बचाव करते हुए उसे घर लाने लगी। यह देख रूपनाराण की मां सोनकेलिया घर के दरवाजा भीतर से बंद करने लगी।
इधर अमरेश की मां अपने बेटे को बाहर निकाल ही रही थी कि सोनकेलिया व रूपनारायण ने अमरेश की मां के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर कर दिया। इसके बाद मां-बेटे मिलकर अमरेश को घर में भीतर बंद कर मारपीट करने लगे। इधर अमरेश की मां अपने बेटे की जान बचाने पड़ोसियों से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन डर से किसी की हिम्मत नहीं हुई।
इसी बीच जोर-जोर से कुछ पटकने की आवाज सुनाई तो हिम्मत कर 3-4 लोग भीतर घुसे। यहां उन्होंने देखा कि अमरेश मृत पड़ा था। उसका सिर कुचला हुआ था। बगल में खून से सना सिलबट्टा व पीढ़ा रखा था। जब पड़ोसियों ने बाहर आकर यह बात उसकी मां को बताई तो वह दहाड़ मारकर रोने लगी।
आरोपी रूपनारायण भाग गया था ससुराल
वारदात को अंजाम देने के बाद रूपनारायण अपने ससुराल भाग गया था, जबकि उसकी मां घर पर ही थी। सूचना पर मणिपुर पुलिस रात में ही मौके पर पहुंची और मामले की जांच की।
पुलिस ने शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया और आरोपी सोनकेलिया पति सत्यनारायण राजवाड़े को घर से ही गिरफ्तार किया। वहीं मुख्य आरोपी रूपनारायण को उसके ससुराल से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मां-बेटे को बुधवार को जेल दाखिल कर दिया।
दोनों परिवारों में थी पुरानी रंजिश
दो वर्ष पूर्व आरोपी रूपनारायण ने मृतक के बड़े भाई सुभाष के साथ बेदम मारपीट की थी। मारपीट में सुभाष गंभीर रूप से जख्मी हो गया था और वह आज तक कोमा में है। उसका इलाज 2 साल से रायपुर में चल रहा है।
इसके बाद से दोनों परिवार के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी। दोनों परिवार के बीच बातचीत बंद थी, लेकिन मृतक अमरेश व आरोपी रूपनारायण दोनों के बीच दोस्ती थी। दोनों एक साथ मजदूरी करते थे।