दोनों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन बेटे ने वहीं दम तोड़ दिया। गंभीर स्थिति में मां को हायर सेंटर रेफर किया गया, यहां कुछ घंटे बाद उसकी भी मौत (Mother-son death) हो गई। इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सूरजपुर जिले के ग्राम तेलसरा निवासी सुमित्रा सिंह पति अमर सिंह 35 वर्ष रविवार की रात खाना खाने के बाद सोने चली गई। उसने कमरे में जमीन पर बिस्तर बिछाया और 14 वर्षीय बेटे खेम सिंह के साथ सो गई। रात करीब 1.30 बजे बेटा अचानक उठकर रोने लगा, मां को भी पैर में कुछ काटने का अहसास हुआ तो उठ गई।
शोर मचाकर उसने पति व अन्य लोगों को बुलाया। जब परिजनों ने कमरे की लाइट जलाई तो वहां डंडा करैत सांप लेटा हुआ था। फिर उन्होंने मां-बेटे के पैरों में सांप डसने (Snake bite) का निशान देखा तो तत्काल सूरजपुर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां इलाज के दौरान बेटे की मौत हो गई, वहीं गंभीर स्थिति को देखते हुए महिला को डॉक्टरों ने रेफर कर दिया।
डॉक्टरों के कहने पर परिजन द्वारा महिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया गया, यहां इलाज के दौरान सोमवार की सुबह उसकी भी मौत हो गई। मां बेटे की मौत से परिजनों में मातम पसर गया है।
झाडफ़ूंक कराने की थी तैयारी
महिला की मौत के बाद पति व अन्य परिजन झाडफ़ूंक से उसे जिंदा करने की तैयारी कर रहे थे। वे शव का पीएम कराने को राजी नहीं थे। यह बात जब सहायता केंद्र प्रभारी ेएएसआई निर्मला कश्यप को पता चली तो उन्होंने सूरजपुर के उस बैगा से मोबाइल पर बात की, जो वहीं से लाश को जिंदा करने की बात कह रहा था। एएसआई ने जब उसे डांट लगाई और परिजनों को समझाइश दी तो पीएम कराने को राजी हुए।