दोनों ही नेताओं ने पूर्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिख कर मेडिकल कॉलेज का नाम राजमाता सरगुजा के नाम पर करने का आग्रह किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इसकी घोषणा भी की थी।
अब जब इस संबंध में नोटिफिकेशन प्रकाशित हो चुका है और अब शासकीय दस्तावेजों में राजमाता के नाम पर मेडिकल कॉलेज को जाना जायेगा, इसे लेकर दोनों ही नेताओं ने सरकार का आभार जताया है।
वनौषधि एवं पादप विकास बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि राजनीति में एक लंबा समय मुझे राजमाता के साथ काम करने का मिला है, मैंने उनके कार्य करने की शैली देखी है, वे अद्भुत प्रतिभा की धनी थीं। सरगुजा के विकास के लिए, यहां के समस्याओं के निदान हेतु हमेशा लगी रहती थी।
गांवों में दौरा करना और आमजनों के बीच बैठ कर उनकी समस्या सुनना, समस्या के निदान हेतु हर आखिरी प्रयास करना उनका ध्येय होता था। यही कारण है कि अविभाजित सरगुजा ही नहीं बल्कि सरगुजा संभाग में उन्हें लोग याद करते हैं।
सरगुजा के लिए सुखद क्षण
बालकृष्ण पाठक ने कहा कि राजमाता के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम होने से वे सदा लोगों के दिलों में, आम जनमानस में रहेंगी। यह सरगुजा के लोगों के लिए सुखद क्षण है।