मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने 100 बिस्तरीय मातृ-शिशु अस्पताल में डे्रनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण चारों तरफ गंदगी पसरी रहती है। ड्रेनेज सिस्टम फेल होने के कारण अस्पताल के शौचालय के आए दिन जाम होने की समस्या सामने आ चुकी है। अस्पताल प्रशासन द्वारा कई बार सफाई कराई गई पर समस्या दूर नहीं हो रही है।
आए दिन शौचालय जाम होने के कारण उसे बंद करा दिया गया है। वहीं अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर का शौचालय पिछले कुछ दिनों से बंद पड़ा है। बंद होने के कारण अस्पताल के कर्मचारी इसे सफाई कराकर अघोषित रेस्ट रूम के रूप में उपयोग कर रहे हैं।
मरीजों व परिजनों को होती है परेशानी
मातृ-शिशु अस्पताल में सबसे बड़ी समस्या ड्रेनेज की बनी हुई है। शौचालय में पानी भरा रहता है। शौचालय उपयोग के लायक नहीं रहता। सबसे ज्यादा परेशानी मरीज व उनके परिजन को होती है। वहीं एमसीएच के ग्राउंड फ्लोर का शौचालय बंद हो जाने और अघोषित रेस्ट रूप के रूप में उपयोग किए जाने से लोगों को शौचालय के लिए बाहर जाना पड़ता है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने ड्रेनेज व्यवस्था सुधारने के दिए थे निर्देश
कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में संभाग स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बैठक हुई थी। इससे पूर्व प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना (Health secretary) व डीएमई विष्णु दत्त ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के दौरान एमसीएच (MCH) में ड्रेनेज की समस्या सामने आई थी। इस पर अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज अस्ताल प्रशासन को ड्रेनेज व्यवस्था सुधारनेे की बात कही थी। इसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।