गौरतलब है कि मैनपाट महोत्सव में बॉलीवुड के जाने-माने कलाकारों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि एवं स्थानीय कलाकारों को भी प्रस्तुति के लिए बुलाया गया है, लेकिन आयोजक जिला प्रशासन की स्थानीय कलाकारों के प्रति रूची नहीं दिख रही।
पहले ही दिन स्थानीय कलाकार प्रस्तुति देने के लिए 2 घंटे तक मंच के पास खड़े रहे। इसके बाद उन्हें प्रस्तुति के लिए मात्र 5 मिनट का समय दिया गया। इससे स्थानीय कालाकार मायूस हैं।
स्थानीय कलाकार बबीता विश्वास प्रशासन की इस बेरुखी से रो पड़ीं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था। तय समय सीमा पर अपनी प्रस्तुति देने के लिए पूरी टीम मंच के पास 2 घंटे तक खड़ी थी। कार्यक्रम में विलंब के चलते बबीता विश्वास की टीम को स्थानीय आयोजन समिति द्वारा समय सीमा को काटकर 5 मिनट कर दिया गया।
मंच से नीचे उतारा
बबीता विश्वास का कहना है कि हमने आग्रह किया कि हमारी पूरी टीम आई है। यहां सरगुजा संभाग ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ से लोग उन्हें सुनने और देखने आए हैं, हम अपनी पूरी प्रस्तुति देकर ही जाएंगे।
इस पर एक प्रशासनिक अधिकारी ने उन्हें और उनकी टीम को मंच से बेइज्जत कर उतार दिया। इस संबंधन में जिला प्रशासन का कहना है कि समय कम था, इस वजह से उन्हें बाद में प्रस्तुति देने कहा गया है।