गौरतलब है कि धरती सौरमंडल के राजा सूर्य की परिक्रमा 365 सहित एक चौथाई दिन में करती है। इसलिए हर चौथे साल लीप ईयर पड़ता है। 2024 में 29 फरवरी को जन्मदिन मनाने वाले सैद्धांतिक रूप से 4 साल बाद इस दिन को खास बनाएंगे।
29 फरवरी को पैदा हुए बच्चे हर 4 साल बाद अपने जन्मदिन का जश्न मनाएंगे। इस यूनिक डे पर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रात 12 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक 13 बच्चों ने जन्म लिया।
इनमें एक माता-पिता के जुड़वा बच्चे भी पैदा हुए। जिन लोगों का जन्म 29 फरवरी को आता है, वे अपना वास्तविक जन्मदिन 4 साल में ही एक बार मना पाते हैं। हालांकि सांकेतिक रूप से वे 28 फरवरी को अपना जन्मदिन मना लेते हैं लेकिन सरकारी कागजों में, कानूनी दस्तावेजों में तो यह 29 फरवरी ही आधिकारिक तिथि के रूप में दर्ज होती है। 29 फरवरी को जन्मे व्यक्ति को अपना वास्तविक 25वां जन्मदिन मनाने के लिए पूरे 100 साल का होना पड़ेगा।
इन महिलाओं का हुआ प्रसव
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 29 फरवरी को सिंगीटाना के आरती पति नान साय ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। ग्राम करजी की अंजलि पति परमेश्वर, तेंदूपारा की मुनेश्वरी पति जवाहर,
धंधापुर की संगीता पति विनोद सहित 12 प्रसूता ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। 29 फरवरी को यूनिक डे के बारे में जब सभी के माता-पिता को पता चला तो वे काफी खुश हुए।