अंबिकापुर के मायापुर निवासी सौरभ गुप्ता की पहचान जुलाई 2023 में मध्यप्रदेश के एक व्यक्ति से हुई थी। उसने सौरभ को शेयर मार्केट (Share market crime) की जानकारी दी और इसमें रकम इन्वेस्ट करने पर डबल होने का झांसा दिया था। झांसे में आकर सौरभ ने अक्टूबर से दिसंबर 2023 के बीच उस व्यक्ति के अकाउंट में 50 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे।
7 महीने बाद सौरभ ने जब उससे संपर्क किया तो वह टालमटोल करने लगा। वहीं इसके 50 लाख रुपए (Share market crime) भी वापस करने से इनकार कर दिया। परेशान होकर सौरभ ने मामले की शिकायत कोतवाली में की थी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
यह भी पढ़ें
CG share market fraud: शेयर मार्केट में निवेश करने के नाम पर बम डिस्पोजल स्क्वायड प्रभारी से ले लिए 5 लाख रुपए, अब कह रहा- नहीं दूंगा कर्ज लेकर इन्वेस्ट (Share market crime) किए थे रुपए
सौरभ ने पुलिस को बताया कि वह निजी कंपनी में कार्यरत है। शेयर बाजार (Share market crime) में अधिक मुनाफा कमाने के झांसे में आकर उसने अपने दोस्त से कर्ज लेकर 11 लाख रुपए आरोपी दिए थे। शेष 39 लाख रुपए उसके खुद के थे। लेकिन आरोपी ने इस रकम को शेयर बाजार में न लगाकर निजी कार्य में खर्च कर दिया।पढ़े-लिखे लोग भी हो रहे ठगी के शिकार (Latest Share market crime)
अधिक मुनाफे के चक्कर में पढ़े-लिखे लोग भी ठगी के शिकार हो रहे हैं। ठग शेयर बाजार (Share market) सहित चिटफंड कंपनियों के माध्यम से रुपए डबल करने का झांसा देते हैं। अधिक मुनाफे के चक्कर में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के पढ़े-लिखे लोग भी ठगों के जाल में फंस जाते हैं और ठगी के शिकार हो रहे हैं।बम स्क्वायड प्रभारी भी हो चुके हैं शिकार
दुर्ग जिले के उरला रोड साईनगर थाना मोहन नगर निवासी राजीव सिंह वर्तमान में एपीसी व बम स्क्वायड प्रभारी के पद पर पुलिस लाइन अंबिकापुर पदस्थ हैं। उन्होंने बताया है कि दुर्ग निवासी गोविंद राज नायडु के माध्यम से वहीं निवासरत उनके भतीजे टी. जयंत नायडु से परिचय हुआ था।वह शेयर मार्केट (Share market crime) व म्यूचुअल फंड का काम करता था। टी. जयंत ने उनसे शेयर बाजार में रुपये निवेश करने के लिए कहा। उसके कहने पर उन्होंने 16 जुलाई 2021 को एनईएफटी के जरिए 6 लाख रुपए उसके एचडीएफसी बैंक के खाते में जमा किए थे।
कुछ दिन बीतने के बाद जब उन्होंने निवेश किए गए रुपये के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया तो वह कोई न कोई बहाना बनाकर टालता रहा। करीब 2 माह बाद 1 लाख रुपये उसने खाते में वापस किया। शेष 5 लाख रुपये आज तक वापस नहीं किया है।
उन्होंने बताया है कि शेयर बाजार में निवेश के नाम पर रुपए लेकर स्वयं के निजी कार्य में उसने रुपए खर्च कर दिए। अब टी. जयंत नायडू द्वारा रुपए लौटाने से इनकार किया जा रहा है। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध धारा 406 का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।