सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कतकालो निवासी मानसी महंत पिता शिवचरण ने गांधीनगर थाने में 19 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके छोटे भाई मनमोहन महंत का श्याम नामक व्यक्ति द्वारा ग्राम सुखरी से अपहरण किया गया है।
उसे अज्ञात घर में बंद कर रखा गया है तथा उसे छोडऩे के एवज में 20 हजार रुपए की डिमांड की जा रही है। उसने बताया कि 18 मार्च की शाम वह छोटे भाई के साथ कुछ सामान लेने अंबिकापुर जाने ही वाली थी कि गांव का ही मुरली महंत घर आया और भाई से बातचीत की। इसके बाद दोनों स्कूटी में सवार होकर चले गए। देर रात तक उसका भाई घर नहीं लौटा और न ही मुरली ने उसकी कोई खबर दी।
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रात 3 बजे भाई का आया फोन
उसने बताया कि रात 3 बजे उसके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आया। इसमें उसके भाई मनमोहन के रोने की आवाज आ रही थी। मनमोहन ने ही फोन पर बताया कि वह मुरली के साथ ग्राम सुखरी आया था। यहां से मुरली कहीं चला गया तो श्याम नाम का लडक़ा उसे जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर किसी के घर में लाकर बंद कर रखा है।
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20 हजार रुपए की डिमांड
फोन पर भाई ने बताया कि श्याम उसे खाना-पानी भी नहीं दे रहा है। उसके द्वारा 20 हजार रुपए की डिमांड की जा रही है। वहीं जल्द ही रुपए की व्यवस्था नहीं करने पर हाथ-पैर तोडऩे की धमकी भी दी जा रही है।
इसके बाद मनमोहन से किसी ने मोबाइल छीनकर स्वीच ऑफ कर दिया। इसके बाद से वह उक्त नंबर पर कॉल कर रही है लेकिन फोन नहीं लग रहा है। फिर सुबह उसने अपने भाई भोला दास को पूरी बात बताई।
घर लौटा युवक, होमगार्ड गिरफ्तार
भोला दास ने बताया कि घटना दिवस की रात 9 बजे मुरली ने उससे पूछा था कि मनमोहन घर आया है या नहीं। मुरली ने बताया कि वह और मनमोहन ग्राम सुखरी गए थे। यहां सूरजपुर जिले में पदस्थ होमगार्ड श्याम मिला, जिसे मुझे 20 हजार रुपए देने थे। जब वह रुपए मांगने लगा तो वह मनमोहन को छोडक़र वहां से चला गया था।
रिपोर्ट पर पुलिस धारा 364-ए, 365 का मामला कायम कर जांच शुरु की थी। इसी बीच 19 मार्च की शाम अपहृत मनमोहन घर लौट आया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी होमगार्ड को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।