सूरजपुर जिले के रमकोला थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दुलदुली निवासी पंडो समाज की महिला को प्रसव के लिए शनिवार की रात मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नॉर्मल डिलीवरी की स्थिति नहीं बनने पर समय रहते चिकित्सकों द्वारा महिला का सिजेरियन नहीं किया गया था।
18 घंटे का समय बीतने के बाद रविवार की दोपहर चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया तो बच्चा मृत पैदा हुआ था। परिजन ने चिकित्सकों पर समय रहते ऑपरेशन न करने का आरोप लगाकर विरोध जताया था। वहीं रविवार को ही दुलदुला गांव की कौशल्या को बे्रन हेमरेज के बाद जिला अस्पताल, जशपुर मेें भर्ती कराया गया था।
यहां से उसे मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर कर दिय गया था। यहां भी चिकित्सकों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए रायपुर के लिए रेफर कर दिया था। समय पर एंबुलेंस न मिलने के कारण परिजन को घंटों इंतजार करना पड़ा। इधर चिकित्सक गंभीर महिला को आईसीयू में भर्ती करने के बजाए जनरल वार्ड में ही छोड़ दिए थे। इसस महिला की मौत हो गई।
परिजनों ने मचाया था हंगामा
मौत के बाद परिजन ने अस्पताल से समय पर एंबुलेंस न मिलने इस स्थिति में चिकित्सकों ने आईसीयू के बजाए जनरल वार्ड में भर्ती करने का आरोप लगाकर हंगामा मचाया था।
6 सदस्यीय जांच टीम का गठन
इन दोनों मामले की जांच के लिए डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने 6 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। जांच टीम में गायनी, मेडिसिन, एनिसथिसिया व शिशु रोग विभाग से एक-एक डॉक्टर व एक सिनियर प्रोफेसर को टीम में शामिल किया गया है। टीम द्वारा जांच पूरी कर 12 अक्टूबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा।