गौरतलब है कि सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर व कोरिया जिले से मारुति इको कार से साइलेंसर की चोरी की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इस पर सरगुजा आईजी अजय कुमार यादव ने आरोपियों को पकडऩे के निर्देश दिए थे। कोरिया जिले के एसपी त्रिलोक कुमार बंसल ने कार्ययोजना बनाकर सभी थाना प्रभारियों को इस पर अमल करने कहा था। इसी बीच मनेन्द्रगढ़ थाना क्षेत्र में एक ही रात में 4 इको कार के साइलेंसर चोरी करने की सूचना मिली।
इस पर पुलिस की टीम ने क्षेत्र में सर्चिंग शुरु की। इस दौरान सिद्ध बाबा पहाड़ी घाट के नीचे 3 युवक बैठे मिले। जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो 4 नग साइलेंसर का टुकड़ा मिला। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम नीरल किंडो, अंजीत खाखा व आशीष किन्डो बताया।
उन्होंने बताया कि इन साइलेंसरों की चोरी उन्होंने सब्जी मंडी, मौहारपारा व चनवारीडांड से की है। चूंकि जिले में अन्य स्थानों में भी इको कार से साइलेंसर की चोरी हुई थी, इसलिए एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ शुरु की। इस पर आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर के अलावा बिलासपुर जिले में भी अपने 2 अन्य साथियों के साथ 76 कारों से साइलेंसर चोरी करने की बात स्वीकार की।
उन्होंने यह भी बताया कि वे साइलेंसर से धातू निकालकर रायगढ़ में बेचते थे। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह के 2 अन्य सदस्यों को भी गिरफतार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा कोरिया जिले में 10, बलरामपुर जिले में 19, सरगुजा जिले में 8, सूरजपुर जिले में 12 एवं बिलासपुर जिले में 17 सहित कुल 66 प्रकरण में अपराध दर्ज होने की जानकारी मिली है।
इनके द्वारा कुल 96 कार से चोरी की गई है, अन्य चोरी के मामलों मे रिपोर्ट की जानकारी नहीं है। पुलिस ने बताया कि गैंग बड़े स्तर का है, ग्रामीण इलाकों मे भी चोरी करने की बात सामने आई है।
रायपुर गए तो मिला था आइडिया
आरोपी निरल, आशीष, अंजीत, थॉमस व प्रकाश के अलावा उनके 4 अन्य साथी अंबिकापुर में रहकर मजदूरी करते थे। आरोपी प्रकाश एवं अन्य 2 किसी काम से रायपुर गये, वहां उन्होंने मारुती एको गाडी के साइलेंसर के बारे में जानकारी प्राप्त की।
आरोपी निरल, आशीष, अंजीत, थॉमस व प्रकाश के अलावा उनके 4 अन्य साथी अंबिकापुर में रहकर मजदूरी करते थे। आरोपी प्रकाश एवं अन्य 2 किसी काम से रायपुर गये, वहां उन्होंने मारुती एको गाडी के साइलेंसर के बारे में जानकारी प्राप्त की।
यहा पता चला कि साइलेंसर में कुछ कीमती पदार्थ (प्लेटिनियम, पैलेडियम और रेडियम का इस्ट) होता है जो काफी महंगा बिकता है। इसके बाद उन्होंने चोरी करने से पूर्व रायगढ़ के कबाडी से संपर्क किया और प्रति साइलेंसर 4000 रुपए की दर से सौदा तय किया।
दिन में रेकी और रात में करते थे चोरी
आरोपियों ने बताया कि वे सरगुजा संभाग के सूरजपुर, अम्बिकापुर, बलरामपुर जिलों के निवासी थे, ऐसे में सभी को संपूर्ण क्षेत्र की अच्छी जानकारी थी। निरल, अंजीत, थॉमस, आशीष एवं अन्य का काम रेकी करना व साइलेंसर चोरी करना था। सभी सुबह 8 से 11 बजे तक रेकी और देर रात साइलेंसर चोरी कर चोरी करते थे।
चोरी के बाद साइलेंसर के टुकडे कर कीमती धातु को काटकर निकालने के बाद बैग में रख अंबिकापुर पहुंचते थे। यहां प्रकाश के रूम में साइलेंसर से निकली कीमती धातू को पार्सल बनाकर बस के माध्यम से रायगढ़ भेजते थे। रायगढ़ में इनके साथी पार्सल रिसीव कर बेच देते थे।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
आरोपियों में सूरजपुर जिले के भैयाथान थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दवना दवनसरा निवासी निरल किण्डो पिता रगबर किण्डो 19 वर्ष, उसका बड़ा भाई आशीष किण्डो 27 वर्ष, सरगुजा जिले के लुंड्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दर्रीडीह निवासी अंजीत खाखा पिता ठेम्पू 28 वर्ष, धौरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरकोल निवासी प्रकाश मसीह पिता शंकरलाल मसीह 21 वर्ष तथा सूरजपुर जिले के भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरपारा निवासी थामस किण्डो पिता शिवनाथ किण्डो 32 वर्ष शामिल हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 4 साइलेंसर, 02 पाना, 5 आरी ब्लेड, घटना में प्रयुक्त 1 अपाचे बाइक बरामद किया है।