जशपुर जिले के बगीचा निवासी महेंद्र सिंह की 21 वर्षीय पुत्री सेजल सिंह नर्सिंग कॉलेज की छात्रा थी। वह 2 साल से नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। पढ़ाई के दौरान छात्रा पहले नर्सिंग कॉलेज के हॉस्टल में रहती थी। अभी वह सीतापुर स्थित मुलाजिमपारा में किराए के मकान में अकेली रहती थी।
विगत 13 दिसंबर को छात्रा अपने घर बगीचा से बड़ी बहन के साथ आई थी। दस दिन साथ रहने के बाद उसकी बड़ी बहन वापस चली गई थी। १० जनवरी को छात्रा की अपनी मां से फोन पर बात हुई थी। तब उसने कहा था कि मुझे अभी ठीक नही लग रहा है, मैं अभी सो रही हूं।
इसके बाद रात को भी शायद घरवालों ने फोन किया था, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया था। सुबह जब काफी देर तक घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोस के लोगों ने खिडक़ी से अंदर झांक कर देखा तो छात्रा बेड पर लेटी हुई थी।
किसी अनहोनी की आशंका से सहमे मकान मालिक ने थाने में इसकी सूचना दी। छात्रा के माता पिता को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया।
दरवाजा तोडक़र भीतर घुसी पुलिस
मकान मालिक की सूचना के बाद परिजनों के साथ मौके पर पहुंची पुलिस पंचनामा के बाद दरवाजा तोडक़र अंदर गई। बेड पर छात्रा बेजान पड़ी हुई थी।
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दरवाजा तोडक़र भीतर घुसी पुलिस
मकान मालिक की सूचना के बाद परिजनों के साथ मौके पर पहुंची पुलिस पंचनामा के बाद दरवाजा तोडक़र अंदर गई। बेड पर छात्रा बेजान पड़ी हुई थी।
उसे परिजनों द्वारा तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया, यहां जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले में पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है। इस घटना के बाद छात्रा के माता-पिता काफी सदमे में हंै।
पेट में नहीं था अन्न का दाना
सीतापुर थाने के एएसआई साहू ने बताया कि प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट में मृतिका के पेट में अन्न का एक दाना नहीं मिला है। पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।