किशोरी का शव लेने पहुंचे माता-पिता ने गांव के ही पारा शिक्षक भोला साव 35 वर्ष व उसके भांजे पर बेटी का अपहरण करने का आरोप लगाया था। जबकि पुलिस की जांच में मामला प्रेम-प्रसंग का निकला था। किशोरी की हत्या की सुई शिक्षक पर ही घूम रही थी।
इसी बीच पता चला कि जिस दिन यहां छात्रा की लाश मिली थी उसी दिन झारखंड के लातेहार जिले के बारेसाढ़ थाना क्षेत्र के जंगल में शिक्षक की धारदार हथियार से हत्या कर शव फेंक दिया गया था। उसकी पहचान सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा फोटो वायरल किए जाने के बाद 10 अगस्त को हुई। अब दोनों राज्यों की पुलिस भी दोहरे हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने में उलझ गई है।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के पस्ता थानांतर्गत ग्राम कंडा के नगेशियापारा स्थित जंगल में 14 जुलाई को मृत मिली लड़की पहचान झारखंड के पलामू जिले के छत्तरपुर थानांतर्गत ग्राम अमवा निवासी सगुफ्ता उर्फ सोनम परवीन पिता अकबर हुसैन १५ वर्ष के रूप में की गई थी। किशोरी की हत्या कनपट्टी पर गोली मारकर की गई थी।
बलरामपुर एसपी के निर्देशन में एडिशनल एएसपी पंकज शुक्ला व उनकी टीम कड़ी मशक्कत के बाद 24 जुलाई को उसकी पहचान कर पाने में सफल हो पाए थे। पुलिस आशंका जता रही थी कि किशोरी की हत्या शिक्षक द्वारा ही की गई है। इसी बीच 10 अगस्त को इस बात पर भी पूर्ण विराम लग गया।
14 जुलाई को ही लातेहार जिले के बारेसाढ़ जंगल में एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। शिनाख्त नहीं हो पाने के कारण पुलिस ने शव को दफना दिया था। वहीं पुलिस ने सोशल मीडिया पर उसका फोटो वायरल किया था। फोटो देखकर परिजन ने उसकी पहचान भोला साव के रूप में की।
पे्रम-प्रसंग की बात आई थी सामने
बलरामपुर पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आई कि किशोरी का उसके गांव से एक किमी दूर गांव के पारा शिक्षक भोला कुमार साव ३५ वर्ष से पे्रम-प्रसंग चल रहा था। इसकी पुष्टि छत्तरपुर पुलिस ने भी की थी। आरोपी भोला मृतिका के पिता के स्कूल में ही पढ़ाता था। इस कारण मृतिका के घर उसका आना-जाना था।
इस दौरान दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे। बताया जा रहा है कि घरवालों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने किशोरी की शादी कहीं और फिक्स कर दी। इसी बीच 19 मई को शिक्षक व उसका भांजा धर्मेंद्र कुमार किशोरी को लेकर फरार हो गए थे। किशोरी के माता-पिता ने उसके अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
दोनों राज्यों की पुलिस उलझन में
किशोरी व शिक्षक की एक ही दिन हत्या कर लाश अलग-अलग राज्य में फेंके जाने के बाद छत्तीसगढ़ व झारखंड की पुलिस भी उलझन में पड़ गई है। अब तक किशोरी की हत्या का शक शिक्षक पर ही किया जा रहा था लेकिन उसकी भी उसी दिन लाश मिलने से मामला और उलझ गया है। जबकि शिक्षक का भांजा पूर्व में ही पकड़ा जा चुका है और वह जेल में है।