मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार (Father-son arrested) कर जेल भेज दिया है। पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस के एक उच्चाधिकारी द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की गई लेकिन सेटिंग विफल रही।
13 नवंबर को दरिमा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम करजी निवासी विनोद जायसवाल पिता मितल जायसवाल द्वारा अवैध अंग्रेजी शराब (Engling wine) की बिक्री की जा रही है। वहीं भारी मात्रा में उसने शराब बेचने के लिए घर व दुकान में छिपाकर रखी है।
फिर आईजी (Surguja IG Ratanlal Dangi) के निर्देश व एसपी के मार्गदर्शन में एएसपी, सीएसपी व एसडीओपी ग्रामीण की टीम ने दरिमा पुलिस के साथ विनोद जायसवाल के घर व दुकान में छापा मारा। इस दौरान 6 लाख रुपए की अवैध अंग्रेजी शराब जब्त की गई।
जब्त शराब में 11 पेटी गोवा शराब (Goa wine) के अलावा ब्रांडेड सिमरन ऑफ, ब्लेंडर प्राइड, रेड लेवल, सिग्नेजर, वैट-39 सहित अन्य शराब मिलीं। वहीं शराब परिवहन (Liquor transporting) में उपयोग की गई वैन क्रमांक सीजी 15 डीई-8759 को भी जब्त किया है। मामले में पुलिस ने आरोपी विनोद जायसवाल व उसके पुत्र सागर जायसवाल को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
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एसपी ने आरक्षक को किया है बर्खास्त
गौरतलब है कि नशे के अवैध कारोबारियों (Illegal businessmen) को संरक्षण देने के कारण ही डेढ़ महीने पूर्व आईजी ने जहां कोतवाली व गांधीनगर थाना प्रभारियों को लाइन हाजिर किया था, वहीं दोनों थाने के एक-एक एएसआई को निलंबित कर दिया था।
इसके अलावा एसपी ने गांधीनगर थाने के एक आरक्षक (Constable) को बर्खास्त किया है जबकि अन्य 4 को लाइन अटैच कर जांच के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद अवैध कारोबारियों से पुलिस की मिलीभगत की बातें सामने आ रही हैं।