डॉक्टर की जांच रिपोर्ट के आधार पर आईजी ने पीडि़ता से गैंगरेप नहीं (Gang rape rumor) होने की पुष्टि की है। वहीं आईजी ने बताया कि जिस अपचारी बालक ने मारपीट कर उससे शारीरिक संबंध बनाया था, उसकी लाश मंगलवार को फांसी पर लटकी मिली।
14 अक्टूबर की रात सूरजपुर अस्पताल से 19 वर्षीय रेप पीडि़ता को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर किया गया था। रात में पूर्व मुख्यमंत्री के कहने पर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल उससे व उसके परिजनों से मिला था। इसके बाद से युवती से गैंगरेप किए जाने की खबर (Gang rape rumor) फैल गई।
इस दौरान यह बात सामने आई कि दशहरे के दिन वह सहेलियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने गई थी। इस दौरान उसके स्कूल के समय के एक नाबालिग पुरुष मित्र ने उसे पानी पीने को दिया। पानी पीते ही उसे नींद आने लगी। उसने जब सहेलियों से घर चलने को कहा तो स्कूल मित्र ने उसे घर तक छोडऩे की बात कही।
इसके बाद वह उसे जंगल ले गया। यहां उसके 4 अन्य दोस्त भी पहुंच गए। फिर सभी ने उसके साथ मारपीट कर उससे गैंगरेप किया। फिर उसे मरा समझकर वहीं छोडक़र फरार हो गए थे। 13 अक्टूबर की सुबह परिजनों ने उसे जंगल के पास से बरामद किया।
यह बात भी सामने आई कि पुलिस ने इस मामले में यह कहते हुए अपराध दर्ज नहीं किया कि सीएम के कार्यक्रम में वे व्यस्त हैं। इसके अलावा उसका किसी अस्पताल में इलाज भी नहीं हुआ।
यह भी पढ़ें
Kuldeep Sahu arrested: प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की हत्या का कुख्यात अपराधी कुलदीप साहू झारखंड से गिरफ्तार
एफआईआर दर्ज नहीं करने की बात निकली झूठी
यह खबर सामने आने के बाद अंबिकापुर से सूरजपुर तक हडक़ंप (Gang rape rumor) मच गया। इस मामले में सूरजपुर एएसपी संतोष महतो ने बताया कि 13 अक्टूबर को पीडि़ता को लेकर उसके परिजन रामानुजनगर थाने पहुंचे थे। यहां उनके कहने पर पुलिस ने युवती के साथ नाबालिग के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की थी। अंबिकापुर जाकर पीडि़ता के परिजन गैंगरेप का आरोप लगा रहे हैं। इसकी भी जांच की जाएगी।
यह भी पढ़ें