इसी कड़ी में उदयपुर पुलिस ने मंगलवार की रात बस स्टैंड से 4 नाबालिग लड़कियों व 2 नाबालिग लडक़ों को बरामद किया है। नाबालिग लड़कियां पंडो जनजाति की हैं, जिन्हें काम दिलाने का झांसा देकर बड़े शहर ले जाने की तैयारी थी। मामले में पुलिस ने एक संदेही को भी हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
मंगलवार की रात उदयपुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि क्षेत्र से कुछ नाबालिग लड़कियों व लडक़ों को बहला-फुसलाकर बिचौलियों (Human trafficking) द्वारा कहीं बाहर ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही उदयपुर थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने टीम के साथ बस स्टैंड में वाहनों की तलाशी शुरू की।
इस दौरान एक ऑटो में 4 नाबालिग लड़कियां व 2 लडक़े मिले। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो लड़कियों ने बताया कि उन्हें यहां से अंबिकापुर ले जाया जा रहा है। मामले में पुलिस ने एक संदेही को भी हिरासत में लिया है।
पुलिस संदेही (Human trafficking) से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस ने बरामद लड़कियों व लडक़ों को सीडब्ल्यूसी को विशेष पूछताछ के लिए सौंप दिया है।
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पंडों जनजाति की हैं लड़कियां
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो के अनुसार बरामद नाबालिग लड़कियां सभी उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सानीबर्रा के पंडो पारा की रहने वालीं हैं। ये सभी पंडो जनजाति की हैं, जिन्हें बाहर ले जाने की तैयारी थी। इनके परिजन व बच्चियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं मामले में संदेही (Human trafficking) को भी हिरासत में लिया गया है। यह भी पढ़ें