गौरतलब है कि बुधवार की शाम करीब 4.30 बजे हिंदू संगठनों के कुछ लोगों द्वारा कोर्ट आए एक 46 वर्षीय व्यक्ति की धुनाई कर दी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पता चला कि उक्त व्यक्ति कोंडागांव की एक 22 वर्षीय युवती से कोर्ट मैरिज कर रहा था। उक्त व्यक्ति ने युवती को अपना नाम राहुल सिंह बताया था, जबकि दस्तावेजों में उसका नाम नूर आलम खान निकला।
बताया जा रहा है कि राहुल सिंह उर्फ नूर आलम खान ने कोंडागांव की ही शर्मीली नेताम नामक युवती के माध्यम से पीडि़ता को अंबिकापुर बुलाया था। उसने युवती को गुजरात के अहमदाबाद में एक कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था।
वह यह कहकर युवती से कोर्ट मैरिज कर रहा था कि शादीशुदा होने की वजह से उसे अहमदाबाद में आसानी से किराए का मकान मिल जाएगा। इसके बाद पुलिस ने आरोपी राहुल सिंह उर्फ नूर आलम व शर्मीली नेताम को हिरासत में ले लिया।
3 साल पहले आरोपी युवती ने कराई थी पहचान
पुलिस ने जब पीडि़ता से पूछताछ की तो उसने बताया कि 3 साल पहले शर्मीली नेताम ने ही रामानंजगंज निवासी राहुल सिंह से परिचय कराया था। उसे नहीं पता था कि वह नूर आलम खान है। उसने बताया कि शर्मीली पूर्व से ही गुजरात में काम करती है।
युवती के बयान व आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने गुरुवार को दोनों के खिलाफ धारा 370, 417 व 120, 34 के तहत मानव तस्करी का अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
आरोपी के पहले से है 4 बच्चे
आरोपी की जब कोर्ट परिसर के बाहर पिटाई हो रही थी, उस दौरान उसका मोबाइल गिर गया था। मोबाइल पर लगातार एक महिला का फोन आ रहा था। किसी ने जब महिला से बात की तो उसने खुद को नूर आलम की पत्नी बताया। उसने बताया कि उसके 4 बच्चे हैं।