दीपावली की रात शहर में जमकर पटाखे फूटे। इसी बीच रात करीब 1 बजे अंबिकापुर-बिलासपुर एनएच पर मणिपुर थाने से लगे स्वच्छता चेतना पार्क के एसएलआरएम सेंटर में आग लग गई। सेंटर में प्लास्टिक के सामान अधिक होने के कारण आग ने रौद्र रूप ले लिया।
इससे प्लास्टिक के दाने बनाने के लिए लगाई गईं मशीनें समेत पूरा सेट जलकर खाक हो गया। रात में गश्त पर निकले एसपी सुनील शर्मा को आग लगने की सूचना मिली तो उन्होंने कलेक्टर व दमकल टीम को सूचना दी। खबर मिलते ही निगम आयुक्त व एसडीएम भी मौके पर पहुंचे।
इसके अलावा दमकल व निगम की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और आग बुझाना शुरु किया। आग बुझाने में दमकल, निगम व पुलिस की टीम को करीब 5 घंटे लग गए। 30 दमकल पानी लगने के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग से करीब 40 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
थाने से सुरक्षित निकाली गईं फाइलें
मणिपुर थाने के ठीक पीछे एसएलआरएम सेंटर स्थित है। ऐसे में आग की लपटें थाने की पिछली दीवार तक पहुंच गई थीं। इसे देखते हुए एसपी के निर्देश पर एहतियातन थाने से क्राइम सहित अन्य फाइलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं एसएलआरएम सेंटर से लगी बस्ती के लोगों को भी जगाकर सुरक्षित किया गया।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
भीषण आग को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। शहर के कोतवाली, गांधीनगर व मणिपुर थाने के अलावा पुलिस लाइन से भी 100 से अधिक जवानों को बुलाया गया था। सबके प्रयास से भीषण आग पर काबू पा लिया गया। दिवाली की रात पटाखे की चिंगारी से आग लगने की आशंका जताई जा रही है।