होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के वायरस से संक्रमित हल्के लक्षण या बिना लक्षण वाले मरीज को होम आईसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है।
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मरीज की उम्र 60 वर्ष से ज्यादा या अन्य बीमारी से पीडित मरीज जिनकी इम्यूनिटी (Imunity) निम्न स्तर की होती है उन्हें होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाता है। वर्तमान में 2 हजार 372 मरीज होम आइसोलेशन के अंतर्गत उपचार प्राप्त कर स्वस्थ हो चुके है। 317 मरीजों का उपचार होम आइसोलेशन किया जा रहा है।
होम आइसोलेशन हेतु 44 शासकीय चिकित्सक, 15 निजी चिकित्सक, 15 आयुष चिकित्सक, 6 दन्त चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी 24 घंटे होम आइसोलेशन मरीजों को ऐलोपैथिक एवं आयुष चिकित्सा पद्धति के माध्यम से उपचार कर रहे हैं।
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17 दिन का होम आइसोलेशनडॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने बताया कि होम आइसोलेशन 17 दिन का होता है। होम आइसोलेटेड मरीज को स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तत्काल समाधान किया जाता है व आवश्यकता पडऩे पर कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती कराने में मरीज का सहयोग किया जाता है।
इसी प्रकार मरीज को होम आइसोलेशन (Home Isolation) में सुरक्षित रहकर परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमित होने से बचाने की जानकारी दी जाती है।