स्वस्थ्थ होने के बाद पीडि़त व उसके परिजन ने इसकी लिखित शिकायत सीएमएचओ (CMHO) व कोतवाली में की है। सीएमएचओ पीएस सिसोदिया ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
शहर के मायापुर निवासी प्रकाश सोनी ने 6 सितंबर को पत्नी के साथ जाकर नवापारा स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना की जांच कराई था। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके दूसरे दिन वार्ड में कैंप लगाकर कोरोना की जांच की जा रही थी। इसमें प्रकाश का पुत्र अमन सोनी भी पॉजिटिव पाया गया।
शाम को प्रकाश को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पत्नी व बच्चे को होम आइसोलेट किया गया। इस दौरान पत्नी व पुत्र से डॉक्टर शुल्क के नाम पर 13 हजार रुपए व दवा के नाम पर ३ हजार रुपए स्वास्थ्य विभाग के गौतम गुप्ता द्वारा लिया गया है।
स्वस्थ होकर जब प्रकाश घर लौटा तो पता चलने पर जब उसने जानकारी ली तो यह बात सामने आई कि इस तरह का कोई शुल्क नहीं लेने का प्रावधान है। उसने इसकी शिकायत सीएमएचओ पीएस सिसोदिया से की है।
झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत कर ठगे रुपए
रुपए ठगी करने का एक और मामला मायापुर से ही सामने आया है। 7 सितंबर को जब वार्ड में कैंप लगाया गया था। कैंप में अधिकारियों के कहने पर मायापुर निवासी सुप्रिया रजक ने कोरोना जांच कराई थी। उसने आरोप लगाया कि कि उसे झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत कर पॉजिटिव (Covid-19) बता दिया गया और शाम को अस्पताल ले जाने के लिए पहुंच गए।
इस दौरान उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी द्वारा बताया गया कि होम आइसोलेशन (Home isolation) में रहना है तो इलाज के लिए एक डॉक्टर रखना पड़ेगा। डॉक्टर शुल्क के नाम पर उससे 5 हजार रुपए गौतम गुप्ता द्वारा ठग लिए गए। दोनों पीडि़तों ने इसकी शिकायत सीएमएचओ व कोतवाली में की है।