जांच से संतुष्ट नहीं होने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा उच्च शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से 2 दिन पूर्व एक पत्र भेजा गया था। इसमें पूरे शिकायत की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। कमिश्रर ने पत्र मिलने के बाद जांच कमेटी गठित कर शुक्रवार से जांच शुरू करा दी है। पूरी जांच में अभी एक सप्ताह का समय लगने की उम्मीद है।
सरगुजा कमिश्नर ईमिल लकड़ा ने संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रोहिणी प्रसाद के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक जांच रिपोर्ट 15 दिसंबर को भेजी थी। उन्होंने अपने रिपोर्ट में लिखा था कि प्रो. रोहणी प्रसाद के सरगुजा में रहने से विश्वविद्यालय व उससे संबद्ध कॉलेजों में रहने से कभी भी अप्रिय स्थिति निर्मित हो सकती है।
कमिश्नर ने ये जांच राज्य शासन के निर्देश पर जांच की थी। कमिश्नर द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के कुछ बिंदुओं पर सीएम भूपेश बघेल असंतुष्ट थे, उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से कमिश्नर को एक पत्र लिखते हुए विस्तृत जांच रिपोर्ट देने को कहा। दो दिन पूर्व ही कमिश्नर कार्यालय को उच्च शिक्षा मंत्रालय का पत्र प्राप्त हुआ।
इसके बाद कमिश्नर ने सभी शिकायतों की जांच हेतु एक बार फिर चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें उपायुक्त महावीर राम, ट्रेजरी ऑफिसर, एकाउंट अधिकारी व कमिश्नर कार्यालय के स्टेनो को शामिल किया गया है।
जांच कमेटी को निर्देश मिलने के बाद चारों सदस्य राज्य शासन व कमिश्नर कार्यालय का पत्र लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक बिंदू पर जांच शुरू की। शुक्रवार को सभी शिकायतों से संबंधित रेकॉर्ड को कमेटी के सदस्यों ने अपने कब्जे में ले लिया।
शारीरिक शोषण सहित अनियमितता का भी लगा है आरोप
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य आरएन खरे सहित अन्य लोगों ने कुलपति पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसमें एक महिला प्रोफेसर का शारीरिक शोषण कर अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। इसके साथ ही आर्थिक अनियमितता का गम्भीर आरोप लगाया गया था। इसमें कई मामलों में दस्तावेजी प्रूफ है।
संविदा नियुक्ति करने का लगा है आरोप
कुलपति पर कार्यपरिषद की बैठक के दौरान लिए गए निर्णय को बदलकर कुछ लोगों की संविदा नियुक्ति किए जाने का भी गम्भीर आरोप लगाया गया था। बताया जा रहा है कि कुलपति द्वारा कार्यपरिषद की बैठक का पन्ना फाडक़र उसे बदलते हुए सैकड़ों की संख्या में संविदा पर नियुक्ति की गई थी। उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार इस मामले का साक्ष्य भी उपलब्ध है।
जरूरत पडऩे पर लिया जाएगा साक्ष्य
जांच के दौरान पहले शिकायतों से संबंधित सभी रेकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। जांच कमेटी के अनुसार एक-एक बिंदू पर जांच की जा रही है। अगर जरूरत पड़ी तो सभी स्टाफ के साथ कुलसचिव व कुलपति का भी बयान लिया जाएगा। शारीरिक शोषण पर जो शिकायत की गई थी अगर महिला प्रोफेसर जांच कमेटी के सामने अपना साक्ष्य दर्ज कराना चाहेगी तो उसका साक्ष्य भी लिया जाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्री ने मांगा था मार्गदर्शन
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति को लेकर मिली शिकायतों पर सीएम भूपेश बघेल से मार्गदर्शन मांगा था। इसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री ने 21 फरवरी को कमिश्नर से कुलपति के खिलाफ जांच किए जाने के आदेश जारी किए थे।
कुलपति के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें
कुलपति के खिलाफ कई गम्भीर शिकायतें हैं। कुछ बिंदुओं पर जांच की गई थी, लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यालय से दो दिन पूर्व विस्तृत जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। इसमें कार्य के दौरान शारीरिक शोषण सहित कई गम्भीर आर्थिक अनियमितिता के आरोप है। जांच में अभी एक सप्ताह का समय लगना है।
ईमिल लकड़ा, कमिश्नर व जांच अधिकारी
मुझे नहीं है जानकारी
मुझपर जो आरोप लगाए गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है, मैं अभी बाहर हूूं।
प्रो. रोहिणी प्रसाद, कुलपति, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय