अंबिकापुर के मायापुर निवासी फैजान आलम अंसारी ने मंगलवार को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह कंस्ट्रक्शन का कार्य करता है। उसने अगस्त 2022 में अजीजी इंटरनेशनल टूर एंड ट्रैवल्स के एजेंट नवागढ़ मदरसा के पीछे निवासी इमरान रजा उर्फ इमरान शेख से हज यात्रा के लिए संपर्क किया था।
15 अगस्त 2022 को वह उसके घर आया और सउदी अरब स्थित उमराह टूर (हज यात्रा) का प्लान बताया। जब उसने ट्रैवल एजेंट से 8 लोगों की हज यात्रा का खर्च पूछा तो उसने 3 लाख 48 हजार रुपए बताया। इस पर उसने 3 लाख 1 हजार रुपए के 3 चेक उसे तत्काल दे दिए।
इसके कुछ दिन बाद 47 हजार रुपए का एक और चेक कुल 3 लाख 48 हजार रुपए दे दिए थे। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि इमरान रजा उर्फ इमरान शेख ने हज यात्रा के नाम पर कई लोगों से ठगी की है और फरार है।
जब उसने उसके घर व कार्यालय पर संपर्क किया तो वह नहीं मिला। इसके बाद उसने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट पर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी को शहर से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे बुधवार को उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इनके नाम से लिए थे 3.48 लाख रुपए
ट्रैवल एजेंट ने मायापुर निवासी प्रार्थी फैजान आलम अंसारी के अलावा उसके परिवार के अन्य सदस्यों शबा परवीन, जौरेज आलम अंसारी, अब्दुल नईम अंसारी, नाजमा खातुन, अंसार अहमद, जाहिदा बेगम व शहबाज अहमद को हज यात्रा ले जाने के नाम पर रुपए लिए थे। इधर ट्रैवल एजेंट द्वारा ठगी का मामला सामने आने पर मुस्लिम समुदाय के करीब 150 लोग धीरे-धीरे थाने पहुंचने लगे।
मुस्लिम समाज के 150 से अधिक लोग ठगी के बने शिकार
ट्रैवल एजेंट द्वारा हज यात्रा के नाम पर मुस्लिम समाज के करीब 150 लोगों से 1 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की गई है। वह मुंबई स्थित अजीजी इंटरनेशनल टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी के लिए कार्य करता था।
उमराह टूर जाने के लिए जिन लोगों ने बुकिंग कराई थी उनमें से कई लोग मुंबई पहुंच गए थे लेकिन उन्हें वहां न तो वीजा मिला और न ही उनका नाम हज यात्रियों की लिस्ट में था।