अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे क्रमांक-130 पर स्थित बंजारी मोहल्ले में रविवार सुबह विनोद गुप्ता के घर के पीछे 8वीं कक्षा के छात्र का शव औंधे मुंह पड़ा मिला। शव मिलने की सूचना पर मणिपुर पुलिस मौके पर पहुंची। लाश की शिनाख्त बंजारी निवासी आशीष लकड़ा पिता करमा लकड़ा उम्र (16) वर्ष के रूप में की गई।
शव पर चोट के निशान मिले थे। मौके पर एडिशनल एसपी पपुलेश कुमार, सीएसपी स्मृतिक राजनाला भी पहुंचे और पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि आशीष लकड़ा अपने पिता करमा लकड़ा के साथ रह रहा था। लंबे समय से उसकी मां उन्हें छोडक़र चली गई थी और शहर के गुदरी बाजार के पास कहीं रहती है।
उसकी 2 बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। आशीष लकड़ा एक सप्ताह से घर नहीं गया था। वह अपनी मां से मिलने गया था। वहां से लौटकर वह शनिवार को बुआ के घर से स्कूल जाने निकला था।
शनिवार को वह स्कूल से लौटा, इसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा था। रविवार की सुबह कुछ लोग जब पानी लेने के लिए खेत की ओर गए तब छात्र का शव वहां पड़ा देखा। सूचना पर पहुंची पुलिस छात्र के रिश्तेदारों, परिचितों और उसके दोस्तों से पूछताछ कर रही थी।
शव पर चोट के थे निशान
फॉरेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कुजूर ने छात्र की हत्या की आशंका जताते हुए हत्या कहीं और कर शव यहां फेंके जाने की बात कही थी। शव औंधे मुंह पड़ा मिला था तथा दाईं आंख के पास चोट के निशान व कमर पर भी घसीटे जाने के निशान मिले थे।
ब्रेकअप कराने से था नाराज
पुलिस ने छात्र का शव मिलने के कुछ घंटे के भीतर ही मृतक के एक नाबालिग दोस्त को गिरफ्तार किया। उसने छात्र के जैकेट में लगे टोपी की रस्सी से उसका गला दबाकर हत्या की बात स्वीकार की।
आरोपी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व मृतक आशीष लकड़ा ने अपने अन्य 2 दोस्तों के साथ मिलकर गर्लफ्रेंड से उसका ब्रेकअप करा दिया था। इस बात को लेकर वह उससे रंजिश रखता था। शनिवार की रात वह आशीष से मिला और दोनों ने साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद टोपी की रस्सी से उसका गला दबाकर मार डाला।
चाकू लेकर अन्य दोस्तों को भी खोजता रहा
छात्र आशीष की हत्या के बाद उसने शव को कंधे पर लादकर खेत में एक घर के पीछे फेंक दिया था। वह चाकू लेकर रातभर आशीष के 2 अन्य दोस्तों को भी खोजता रहा। उसकी मंशा उन दोनों की भी हत्या करने की थी, लेकिन वे नहीं मिल पाए। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर बाल संपे्रेक्षण गृह भेज दिया है।