गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुक्तिपारा निवासी सचिन जायसवाल पिता प्रदीप जायसवाल की पहचान वर्ष 2022 में शहर के शीतला वार्ड निवासी संकल्प तिवारी पिता एसएन तिवारी से हुई थी। संकल्प तिवारी अक्सर अपने दोस्त नितेश कश्यप के बारे में उसे बताता था कि वह उप पंजीयक सहकारी समिति में सहकारी निरीक्षक है।
इस दौरान संकल्प भी अपने आप को सहकारी निरीक्षक बताता रहा। सचिन की संकल्प के साथ अच्छी जान पहचान हो गई थी। इसी बीच संकल्प ने सचिन जायसवाल के छोटे भाई नितिन जायसवाल की नौकरी अपने विभाग में निरीक्षक के पद पर लगवाने की बात कही। नौकरी लगवाने के लिए उसने सचिन से 4 लाख रुपए की डिमांड की।
सचिन ने भाई की नौकरी अच्छे पद पर लग जाएगी, सोचकर संकल्प को नकद 1 लाख 55 हजार रुपए व अपने दोस्त के खाते के माध्यम से 81 हजार रुपए दिए थे। 2 लाख 36 हजार रुपए लेने के बाद संकल्प ने उसके भाई के नाम का फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। फर्जी नियुक्ति आदेश का पता चलने पर सचिन जायसवल ने संकल्प के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
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आरोपी गिरफ्तार
रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी संकल्प तिवारी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी थी। विवेचना के बाद पुलिस ने आरोपी संकल्प तिवारी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।